अंतरंग हमसफ़र भाग 017

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अलका की पहली चुदाई
2.2k words
3.36
889
00

Part 17 of the 343 part series

Updated 04/29/2024
Created 09/13/2020
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"अंतरंग हमसफ़र भाग 16 " में पढ़ा;

" मैं सोच रहा था कि वह क्या कर रही थी, तब वह मेरे कमरे में एक नाइट गाउन में लिपटी हुई वापस आयी और उसने मुझसे पूछा कि तुम इस गाउन के अंदर क्या है वो देखना चाहते हो? तो मैंने अपने पायजामे के ऊपर से ही लंड पर हाथ फिराते हुए कहा कि ये पूछने की क्या जरूरत है बेशक हाँ। "

मैं दीपक. आपने मेरी कहानिया "झट शादी पट सुहागरात-1-4" में पढ़ा कैसे मेरी सहयोगी प्रीती दुल्हन बन कर सुहागरात मनाने को तैयार हो गयीl उसके बाद मेरी और मेरे घर की देखभाल करने वाली रोजी और रूबी मिली और मेरी पहली चुदाई के बारे में पूछने लगीl मैंने उसे बताया किस तरह मैं रोज़ी और रूबी से मिला और कैसे मेरी और रोजी की पहली चुदाई हुई और फिर उसके बाद रूबी को चोदा, फिर हमारे गाँव के प्रवास के आखिरी दिन जंगल में हमने ग्रुप सेक्स और मेरे फूफेरे भाइयो बॉब और टॉम के साथ प्रेमिकाओ की अदला बदली का कार्यक्रम बनायाl वहां रोजी की सहेली टीना की पहली चुदाई की । फिर छोटे योनि के छेद वाली मोना को मैंने चोदा । रोजी मेरे साथ शहर आ गयी । उसके बाद मेरी बुआ और उनकी तीन बेटियों लंदन से दिल्ली हमारे घर आये।

दोनों बहनो रोजी और रूबी के साथ हमारा पहला थ्रीसम हुआl अगले दिन सुबह मेरी सबसे बड़ी फूफेरी बहन जेन ने जंगल में पेड़ो के नीचे हरी घास के मैदान पर अपना कुंवारापन मुझे समर्पित कर दिया और दूसरी बुआ के बेटी अलका और जेन का रात को मेरे साथ सोने का कार्यक्रम बन गया । और फिर मैंने बॉब और जेन के साथ मिल कर अपनी बाकी फूफेरी बहनो को भी प्यार मुहब्बत और मजो की हसीं दुनिया में ले जाने का प्लान बनाया और इसी बीच अलका रात को मेरे पास आयीl ( मेरे अंतरंग जीवन की हमसफ़र -1 -16)।

अब आगे;-

तो मैं बोला प्रीती इस तरह से मेरी एक अन्य फूफेरी बुआ की बेटी अलका, मेरे सामने एक नाइट गाउन में लिपटी खड़ी, मुझसे पूछ रही थी क्या तुम गाउन के अंदर क्या है वो देखना चाहते हो? जब मैंने हाँ कहा तो वो बोली मैं भी तुम्हे देखना चाहती हूं। मैंने कहा ओके तो मुझे फिर क्या करना होगा? वो बोली आप भी अपने सभी कपड़ों को निकाल दे बस अपना अंडरवियर पहने रखे।

मन तो कर रहा था अलका को पकड़ कर उसका गाउन फाड़ डालू, पर मैंने खुद पर किसी तरह नियंत्रण किया और जो खेल अलका मेरे साथ खेल रही थी, उसका साथ देते हुए खेलने के लिए वो जैसा कहेगी वैसा करता रहा। मैंने फटाफट अपना कुरता और पायजामा उतार फेंका ।

आगे क्या होने वाला है इस प्रत्याशा में मेरा हथियार अपना विकराल रूप धारण कर चूका था और अंडरवियर के अंदर से मेरे लंड का उभार नज़र आ रहा था । फिर उसने कहा ठीक है अब आप खड़े हो जाओ।

फिर उसने वह गाउन खोलने लगी तो मैंने उसे रोक दिया और रोजी को बुलाया अब वो मुझे चौंक कर देखने लगी तो मैंने कहा अब तुम भी थोड़ा सा इंतज़ार करो ।.मैंने उसे कहा ये हमारा पहला मिलन है इसे यादगार बनने के लिए मैंने भी कुछ इंतजाम किया है । तुम जरा उसका भी जायजा ले लो. और रोजी उसको अपने साथ दुसरे कमरे में ले गयी । कुछ देर बाद रोजी मेरे पास आयी मुझे चूमते हुए बोली अलका सच में बहुत सुन्दर है। आपको बहुत बहुत बधाई! और बोली अब आप अपने कमरे में अलका के पास जा सकते हो वो आपका इंतजार कर रही है।

अंदर मेरे कमरे का नज़ारा ही अलग था पूरा कमरा और बिस्तर फूलो से सजा हुआ था। फूलों से सजी धजी अलका को रोजी कमरे में हमारे पहले मिलन के लिए ले आयी। और मुझे छेड़ने लगी है कुमार धीरे से कीजियेगा, बहन अलका कमसिन और नाजुक हैं । वह हँसते हुए अलका को मेरे पास छोड कर एक तरफ चली गयी ।.

अलका ने लाल लेहंगा चोली चुनरी और ढेर सारे गहणे पहने हुए थे. और साथ में गजरा और फूलों से श्रृंगार किये हुए स्वर्ग से आयी हुई अप्सरा लग रही थी. मेरा लंड उसे दुल्हन के रूप में देख कर बेकाबू हो गया और मैं पूरी तरह से काम रोग से ग्रस्त हो गया था। अलका बिस्तर के पास शर्मायी हुई अपने पैरो की तरफ देख रही थी। उसने घूंघट किया हुआ था। उसका चेहरा शर्म और आगे जो होने वाला था वह सोच नीचे झुका हुआ था। मैंने आगे होकर उसका हाथ अपने हाथ में ले लिया और उसको बेड पर ले गया ।!उसका नरम गर्म हाथ पकड़ते ही मेरे तनबदन की आग और भड़क गयी और मेरा लंड सनसनाता हुआ पूरा 8 इंची बड़ा हो गयाl लगा वो अंडरवियर फाड़ कर अभी बाहर आ जाएगा ।

मैंने अलका को कहा कैसा लगा आपको ये सरप्राइज? तो अलका बोली जबरदस्त! मैंने सपनो में भी नहीं सोचा था आप मुझे ऐसा सरप्राइज दोगे। मैंने कहा अलका, जब से आपको फूल चुनते हुए देखा तब से आप को पाना चाहता था। वह और भी शर्माने लगी और मेरे बहुत कहने पर मीठी आवाज़ में बोली मैं बचपन से जब आप मेरे साथ खेला करते थे तब से आप को पसंद करती हूँ।.उस दिन जब आप हमसे मिलने आये तब से मैं आपको पाने के लिए तड़पने लगी और आज हमारे मिलन की सुनहरी घडी आ ही गयी है। मैंने उसका घूंघट उठाना चाहा तो वो घूंघट पकड़ कर बोली पहले मुँह दिखाई की रस्म तो पूरी कीजिये ।

फिर मैंने इशारा किया तो रोजी ने मुझे एक पैकेट पकड़ा दिया और मैंने उसे खोल कर एक अंगूठी उसको नज़राने के तौर पर दिया। वह बोली आप ही पहना दीजिये। मैंने उसे अंगूठी को पहनाया, उसके हाथ को चूमा और फिर धीरे से उसका घूंघट उठा दिया।

दूध जैसी गोरी चिट्टी लाल गुलाबी होंठ! नाक पर बड़ी नथ, मांग में टिका बालो में गजरा, उसका चेहरा नीचे को झुका हुआ था इतनी सुन्दर अलका को दुल्हन के रूप में देख मेरे मुँह से निकला वाह रोजी!! तुम ठीक कह रही थी अलका वाकई में बहुत सुन्दर है और दुल्हन के रूप में तो बस क्या तारीफ करूँ समझ ही नहीं आ रहा। मेरा लंड फुफकारने लगा था अब मुझ से सब्र नहीं हो रहा।

मैंने धीरे से उसके चेहरे को ऊपर किया अलका की आँखे बंद थी। बोला अलका मेरी महबूबा अपनी आँखे खोलो और अपने दीवाने प्रेमी को देखो। उसने आँखे खोली और हलकी से मुस्करायी मैंने उसका ओंठो पर एक नरम सा चुम्बन ले लिया। वह फिर शर्मा कर सिमट कर मुझ से लिपट गयी. मैंने अलका को अपने गले लगाया और पीठ पर हाथ फिरा उसकी पीठ बहुत चिकनी थी उसकी झीनी से बैकलेस चोली थी जो सिर्फ दो डोरियों से बंधी हुई थीl

जब मैंने उसके कपडे उतारने शुरू कर दिए और धीरे से उसकी चुनरी हटा दी । उसका चाँद सा खूबसूरत रूप मेरे सामने था । मैं तो एकदम से सन्न हो उसे देखता ही रह गया। गोरी चिट्टी कमसिन तीखी नैन नक्श. गोल मुस्कुरता हुआ शर्म के मारे लाल चेहराl मेरा लंड का तनाव फिर बढ़ने लगा ।

मेरे हाथ अब अनछुए मोमो पर जा चुके थे। मैंने ऊके गोल गोल बूब्स को पहले सहलाया, फिर चोली के ऊपर से ही दबाया। मैंने महसूस किया उसके अनछुए बूब्स बहुत नरम मुलायम गोल और सुडोल थे।

उसकी चोली जिसमे उनके स्तन बाहर आने को आतुर थे। उसकी चोली स्लीव लेस थी मैंने उसकी चोली के ऊपर की डोरी खोल दी और उसके कंधो और बाँहों पर किस करने लगा । उसके बाद नीचे की भी डोरी खिंच कर चोली की अलग कर दिया। उसने नीचे लाल रंग की सेक्सी ब्रा पहनी हुई थी ।

फिर मेरे हाथ स्तनों पर से अपने हाथ नीचे की और बढाए और लहंगे पर पहुँच गए. मैंने लहंगे का नाडा खोल दिया और लहंगा खींच कर उतार दिया। उसने नीचे एक बेहद सेक्सी अधोवस्त्र पहनी हुई थी।

तो मैं धीरे से बोला प्रिय अलका क्या यही वह जलवा है जो तुमने उस गाउन में छिपा रखा था और मुझे दिखाना चाहती थी। अब मेरे और तुम्हारे सरप्राइज दोनों का मिला जुला जादुई असर मुझे देखने दो ।

अलका एक गोरी लड़की थी, लगभग 5'5 in या उससे अधिक की ऊँचाई वाली और सुंदर गोल दृढ ३४क साइज के स्तन उसकी शान थे और उसकी गोल गांड और भी सुंदर थी। ये सभी और उसके आकर्षण का केंद्र थे । उसने नीचे बेहद सेक्सी अधोवस्त्र पहनी हुई थी और ऐसी सेक्सी अंडरवियर को देखकर मैं एकदम भौचक्का रह गया। चूत को ढँकने के लिए उसने थोड़े थोड़े पतले कपड़े (सिर्फ पतली पट्टियाँ और हीरे के आकार में थोड़ा काला कपड़ा पहना है। ब्रा में बाहरी किनारों पर सामग्री की तरह सफ़ेद फर था, जो बिल्कुल तेजस्वी था । और उसके ऊपर रोजी के पहनाये हुए गहने थे । मांग में टीका . बालो में चूरामणि , कानो में लटकी सुन्दर बालिया और नल में बड़ी सी सुन्दर नथ,

पैरों की ऊँगलियों में बिछिया, पैरों में पायल, कमर में करधनी, हाथों की ऊँगलियों में अनेक अंगूठियाँ, हाथो के फूल, कलाई में चूड़ियाँ व कंगन, गले में हार और मटरमाला या चेन. मैं बस उसे देखता ही रह गया।

अलका की आँखे शर्म के मारे बंद थी, उसे कमरे में मौजूद एक आदम कद शीशे के सामने ले गया और बोलै प्लीज अपनी आँखे खोल कर देखो ।

उसने आँखे खोली और कहा ओह मेरे प्रिय दीपक मैंने ये पहले ही देख लिया था। मुझे एहसास था ये आप पर जादुई असर करेगा और आपको उसमे मैं आश्चर्यजनक लगूंगी। उसने कहा कि आप यू सिर्फ वहीं खड़े रहेंगे और दृश्य की प्रशंसा करेंगे या आप मेरे साथ कुछ करेंगे। मैंने कहा अलका देखो इस मिले जुले सरप्राइज सेक्सी अधोवस्त्र और गहनों का मुझ पर क्या असर हुआ है और अपना अंडरवियर नीचे उतार दियाl मेरा लंड पूरा ९० डिग्री पर तना हुआ था और फुदक कर सलामी दे रहा था। उसने शर्मा कर फिर अपनी आँखे बंद कर ली।

मैं विश्वास नहीं कर सकता था कि अलका बहुत सुंदर लग रही थी। मैंने कहा प्रिय अलका अपने प्रेमी को देखो तो उसने धीरे से आँखे खोली। यह पहली बार था जब उसने पुरुष के लिंग को इतने उत्कृष्ट कठोर और प्रकट और विक्रांत रूप में देखा था, और उसकी पहली प्रतिक्रिया ईमानदार प्रशंसा थी। जिस तरह से उसकी आँखों अभी भी स्पार्कलिंग थे। मैंने लंड को सहलाया और ऊपरी त्वचा को पीछे किया तो गुलाबी लिंगमुण्ड उजागर हो गयाl मैंने और भी अधिक प्यार में अलका के हाथ को पकड़ा और अपने लंड पर रख दियाl उसने धीरे से एक बार लंड को हाथ से सहलाया और लंड को छोड़ कर, फिर शर्म के मारे अपने हाथो से अपने चेहरे हो छुपा लिया ।

मैंने उससे पुछा कैसा लगा तो वो शर्मा कर बोली आपका तो काफी लम्बा और बड़ा है। मेरी तो दुर्गति कर देगा। मुझे बहुत डर लग रहा है तो मैंने कहा घबराओ मत, ये ही तो इस प्यार के खेल का असली औजार हैi यही तुम्हे और मुझे जन्नत की सैर करवाएगा, इसलिए, बिलकुल मत घबराओ एक बार इस के साथ मजे ले लोगो तो इसके बिना रह नहीं पाओगी, तो वह धीरे से मुस्कुरा कर मेरे गले लग गयी ।

मैंने उसके माथे को चूमा । उसे धीरे से उठाया और मैं उस को बिस्तर पर ले गया और उसे एक पागल आदमी की तरह चूमना शुरू कर दिया। उसने मुझे कहा जल्दी क्या है आराम से करो सारी रात हमारी है मैं कहीं नहीं जा रही हूँ।

मैंने कहा प्लीज मुझे माफ़ कर दो इस अधीरता के लिए । क्या करून तुम्हारा ऐसा रूप देख कर मेरा अब होने आप पर काबू नहीं रहा । मैं काम वश हो गया और फिर उसने मेरा सर पकड़ा और मेरे ओंठो से अपने ओंठ मिला दिया और हम 10-15.मिनट चुम्बन करते रहे जिससे मेरे जज्बात कुछ काबू में हुए।

मैंने चुम्बन को तोडा और गर्दन पर चूमते हुए धीरे धीरे नीचे का रास्ता पकड़ने लगा । जब मैंने उसकी गर्दन पर चूमा तो उसके बदन ने थोड़ा झटका दिया और उसने मुझे कस कर अपने गले लगाया। मैंने फिर धीरे से उसकी सेक्सी काली अधोवस्त्र ड्रेस को उतार दिया और अंदर पहनी हुई गुलाबी ब्रा देखी।

जब मैं उसे लिप किस कर रहा था तो वो मेरे बाल कस कर पकड़े हुए थी । मैंने फिर उसके शरीर की पूरी महिमा को सराहा। मैं समझा नहीं सकता कि वह कितनी सुंदर है , गुलाबी ब्रा उसके स्तनों पर चमक रही थी और नाभि एक ऐसी कुंवारी गुफा की तरह थी जिसका पता लगाया जाना अभी बाकी था। उसके शरीर के सभी अंग सुडौल थे उसकी बलखाती कमर स्पॉट पेट और गोल चिकनी नितम्ब और मुझे उसकी पारदर्शी पतली सी पेंटी में से में गुलाबी चूत दिख रही थी ।

मैं धीरे से उस के ऊपर चढ़ गया और उसके होंठो को चूमा तो उसने अपनी बाहो को मेरे चारो और लपेट लिया । हमारे चुंबन अब नरम नहीं थे बल्कि जो उत्तेजना और जोश आ गया था उसके अनुसार ही गर्म से गर्मतर होते जा रहे थे। फिर होंठ थोड़ा खुल गए और हमारी झीभे एक दूसरे के चारों ओर नाच रही थी, और दुसरे की होंठ और मुंह में सब जगह घूम रही थी जैसे कुछ खोज रही हो ।

मैंने उसके नंगे कंधे को चूम लिया। मैं धीमी गति से चुंबन करते हुए उसकी ब्रा के पट्टे से होते हुए उसकी गर्दन पर चुंबन रोपण किये जिससे अलका कराहने लगी ।

आगे क्या हुआ, ये कहानी जारी रहेगीL

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