लूसी मेरी प्यारी पहली कुंवारी 11

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चुदाई का पहला सबक किस करना.
3.1k words
4.8
432
00

Part 9 of the 17 part series

Updated 06/10/2023
Created 12/06/2020
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परिचय:

मैं आमिर, मैंने अपनी बीवियों और सालियों को लूसी के साथ अपनी पहली चुदाई की कहानी सुनाई l ये कहानी उसी कहानी का अभिन्न अंग है l

यह मेरी पहले सेक्स की कहानी है जो मैंने अपनी पत्नी और सालियो को मेरे पूर्व यौन जीवन के बारे में जानने की इच्छा करने पर सुनाई थी।

लूसी मेरी प्यारी पहली कुंवारी में आपने पढ़ा मैं आपने पढ़ा मैं कैसे और कहाँ लूसी से मिला मैंने जेन के प्रति अपने प्यार का इज़हार किया जिसे उन्होंने स्वीकार किया और हमने एक गहरा चुम्बन कियाl मैंने जेन को लूसी के साथ मेरे घर में रहने आने के लिए निमंत्रित कियाl फिर जैसा मेरे अम्मी अब्बी चाहते थे सुश्री जेन मुझे प्रशिक्षण दे और मेरे व्यक्तित्व को विकसित कर देl उसके बाद सुश्री जेन, लूसी और डायना मेरे घर आ गयीl मैं और लूसी घूमने निकले और वहाँ मैंने लूसी को पहली बार किश कियाl

फिर वापसी पर जेन के कमरे के आगे से गुजरते हुए मैंने जेन को कपडे बढ़ते हुए देखा और हम दोनों नग्न हो चुंबन, करने लगे तभी लूसी ने आकर हमे चाय के लिए आवाज़ दीl मैंने जेन से मिल कर चुदाई का कार्यक्रम तय कियाl सबसे पहली लुसी था फिर जेन और आख़िर में डायना के कौमर्य भांग करने का क्रम बनाया गया। उसके बाद मैंने कहा जेन मैं चाहता हूँ ये दोनों लड़किया मेरे प्रति सदा उसी तरह से समर्पित रहे जैसे वह आपको समर्पित है तो श्री जेन ने उसमे मदद करने का आश्वासन दिया l

जेन ने एक छोटा से नाटक खेला लूसी और डायना के साथ और उन्हें मेरे प्रति समर्प्रित रहने के लिए प्रेरित कर दिया तो दोनों लड़कियों ने सदा मेरे आज्ञाकारी रहने का वादा कर दिया। फिर मैंने लूसी के साथ उत्तेजक चुंबन और आलिंगन किया। जेन ने हम तीनो को बताया सेक्स क्या है? कैसे होता हैl (लूसी मेरी प्यारी पहली कुंवारी भाग 1-10) l

अब आगे:-

उसके बाद, सुश्री जेन ने लिंगों और पारस्परिक कामुक इच्छाओं और उन्हें जोड़ों के रूप में संतुष्टि देने के तरीकों के बारे में हमारी जिज्ञासा को समझाया और संतुष्ट किया, फिर हम सभी अपने-अपने बेडरूम में चले गए।

उसके बाद सब अपने कमरे में चले गए तो मैं सुश्री जाने के कमरे में गया और मैंने कहा-जेन! आपसे एक बात पूछनी हैl मैंने किसी किताब में पढ़ा है कि लड़को का लंड सधारणतया 6 इन्च का होता है।

'हाँ है तो। और ये तुम्हें लण्ड जैसे शब्द क्यों बोल रहे हो, तुम्हें शर्म नहीं आती, लड़की के सामने ऐसे शब्द बोल रहे हो?'

आमिर-सॉरी जेन! गलती हो गई। फिर नहीं बोलूंगा।

जेन-अरे तुम तो नाराज हो गए। मैं तो मज़ाक कर रही थी। पूछो और क्या पूछना है।

आमिर-क्या सभी लोगों के लण्ड 6 इन्च के ही होते हैं?

जेन-नहीं ऐसा नहीं है, कुछ लोगों के उससे भी बड़े होते हैं,लेकिन तुम क्यों पूछ रहे हो?

मैं सोचने लगा कि, अब्बू मेरे दोस्त दीपक कुमार उन सबके भी इतने ही बड़े हैं।

आमिर-वह क्या है कि मेरे दोस्त!

जेन-मुझे लगता है तुम्हें कुछ और पूछना है लेकिन तुम डर रहे हो। डरो मत, खुल कर पूछो, तुम्हें क्या पूछना है?

आमिर-वह मेरा एक दोस्त (बहाना बनाते हुए अपने बारे में सोच कर) है, वह बोल रहा था कि उसका लण्ड 6 इन्च से भी बड़ा है। लेकिन मुझे उसकी बात पर यक़ीन नहीं है।

जेन-वह बोल रहा है, तो होगा उसका बड़ा, इसमें यक़ीन ना करने की क्या बात है।

आमिर-नहीं मुझे लगता है कि उसे कोई बीमारी होगी, इसीलिए उसका लण्ड बड़ा होगा।

जेन-अरे कोई बीमारी से थोड़े ही लण्ड लंबा होता हैl वह तो हार्मोन या वंशगत या अपने अपने शरीर के हिसाब की वज़ह से होता है। किसी का 6 इन्च से लंबा, तो किसी का 6 इन्च से छोटा, पर ज्यादातर लोगों का 6 इन्च के आस-पास ही होता है, समझे!

आमिर-हाँ समझ गया जेन,-शुक्र है खुदा का, मैं समझ रहा था कि कहीं मुझे कोई बीमारी तो नहीं है। अच्छा हुआ पूछ लिया नहीं तो मैं हमेशा बेचैन रहता।

जेन अपने मन में सोचने लगी थीं कि ये किसी दोस्त की नहीं बल्कि ख़ुद की बात कर रहा है। इसे लगता है कि जेन को कुछ पता नहीं चलेगा, पर तुम ये भूल रहे हो कि मैंने तुमसे से ज़्यादा दुनिया देखी है। कल मैंने देखा है पक्का इसका लण्ड बड़ा है। अगर लंबा हुआ तो मेरी तो चांदी ही चाँदी हो जायेगी। जेन ने सोचा कि मेरा लण्ड देखने के लिए कुछ तो करना ही पड़ेगा।

आमिर-जेन आप क्या सोच रही हो?

जेन-कुछ नहीं तुम्हारे दोस्त के बारे में सोच रही हूँ।

मैंने हैरान होते हुए पूछा-क्यों क्या हुआ मेरे दोस्त को।

जेन ने मेरे चहरे पर परेशानी देख कर कहा-मुझे लगता है शायद तुम्हारे दोस्त को बीमारी भी हो सकती है।

आमिर-क्या बीमारी हो सकती है?

जेन-हाँ अगर मैं उसके लण्ड को देख लूँगी, तो बता सकती हूँ कि उसे बीमारी है या नहीं।

मैं कुछ सोचने लगा।

जेन-तुम्हें क्या हुआ? तुम क्यों सोच रहे हो। तुम्हारे दोस्त को बीमारी है, तुम्हें नहीं।

आमिर-वह क्या है कि,

जेन मन में हँसने लगीं-अब आ रहा है लाइन पर फिर वे बोलीं-हाँ हाँ बोलो, क्या बोल रहे हो।

आमिर-वह मैंने आपसे झूट बोला कि..

जेन-हाँ बोलो?

आमिर-कि मेरे दोस्त का लण्ड लंबा है।

जेन ने उदास होकर सोचा कि सब काम खराब हो गया फिर पूछा-तो क्या छोटा है?

आमिर-नहीं लंबा तो है, पर मेरे दोस्त का नहीं बल्कि।

जेन-हाँ साफ़-साफ़ बोलो कि क्या बात है?

आमिर-वह मेरे दोस्त का नहीं बल्कि मैं अपनी बात कर रहा था।

जेन-क्या?

आमिर-हाँ मुझे लगता है मेरा लण्ड लंबा है। क्योंकि मेरे दोस्त स्कूल में मेरे लम्बे लंड के लिए मेरा मज़ाक उड़ाते थे।

जेन-यह तो देखना पड़ेगा, तभी मुझे पता चलेगा। मुझे यक़ीन तो नहीं है शायद फिर से तुम झूट बोल रहे होगे।

आमिर-नहीं जेन, मैं सच बोल रहा हूँ। वह तब मैं डर गया था कि आप से कैसे पूछूँ, इसी लिए मेरे दोस्त के जरिये आप से पूछ लिया।

जेन-चलो कोई बात नहीं। अब तो तुम तुम्हारे सवालों के जवाब मिल गए न?

आमिर-हाँ पर आपने कहा था कि कुछ बीमारी भी हो सकती है।

जेन-वह तो देख कर ही बता सकती हूँ ऐसे-कैसे बता दूँ।

आमिर-मैं दिखाता हूँ।

मैंने अपनी पैन्ट और चड्डी निकाल दी।

इतनी देर से लड़कियों की फोटो देखते हुए और सेक्स और लण्ड के बारे में बातें करने से मेरा लण्ड हार्ड हो चुका था। लण्ड जेन को सलामी दे रहा था। मेरे लण्ड को देखते ही जेन का मुँह खुला का खुला ही रह गया। जेन तो एक मूरत की तरह खड़ी एकटक मेरे लण्ड को देख रही थीं। ऐसा लग रहा था कि जेन को बिजली का झटका लगा हो।

मैं भी जेन का रिएक्शन देख कर परेशान हो गया। मुझे लग रहा था कि कहीं मुझे बीमारी तो नहीं है। इधर मेरा लंड हर सेकण्ड के साथ बढ़ रहा था।

जेन ना कुछ बोल रही थीं, ना कुछ कर रही थीं, वह बस मेरे लण्ड को ही देख रही थीं। जैसे रूम में सिर्फ़ जेन और मेरा लण्ड ही हो।

आमिर-क्या हुआ जेन?

जेन-कुछ नहीं, वह वो त,तुम्हारा लण्ड क्या सच में क्या ये रियल का है?

आमिर-मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है जेनl

जेन ने नॉर्मल होते हुए कहा-अरे कुछ नहीं।

आमिर-फिर आप इस तरह खड़ी क्यों थीं? बताइये न जेन क्या कोई प्रॉब्लम तो नहीं है?

जेन-रुको पहले मुझे ठीक से देखने दो फिर मैं बताती हूँ।

आमिर-हाँ ठीक है, लो देखो।

जेन- सच में बहुत बड़ा लंड है आमिर तुम्हारा! 7-8 इंच का तो होगाl मैंने अपने लाइफ में इतना बड़ा लण्ड कभी नहीं देखा।

आमिर - 8 इंच! मैंने एक बार मापा था!

आमिर-क्या मुझे कोई बीमारी तो नहीं है?

मेरा खड़ा हुआ लम्बा और बड़ा लण्ड देख कर जेन की चूत में तो पानी आ गया। और बोली

'आमिर मुझे देखना पड़ेगा कि तुम्हें बीमारी है कि नहीं?'

आमिर-हाँ जल्दी देख लीजिये।

जेन-रुको में अन्दर से तेल लेकर आती हूँ।

आमिर-तेल क्यों?

जेन-बीमारी है कि नहीं, ये चैक करने के लिए।

आमिर-हाँ लेकर आइए।

जेन ने तेल लाकर मेरे लण्ड पर डाल दिया और लण्ड पर अच्छे से लगाने लगीं। मुझे भी इसमें मज़ा आ रहा था, पर डर भी था कहीं कोई बीमारी तो नहीं मुझे। जेन ने अब अपने हाथों को हिलाना शुरू किया। जेन ने अब अपने हाथों की गति बढ़ा दी। लगभग 10 मिनट तक हिलाने के बाद मुझे लगा कि मेरे लण्ड का कड़ापण बढ़ गया है।

फिर से मेरे लण्ड से पानी निकल गया, और जेन ने वह पानी अपने हाथों में ले लिया।

जेन-ये देखो आमिर , इससे पता चलेगा कि तुम्हें कोई बीमारी है कि नहीं।

आमिर-लेकिन इससे कैसे पता चलेगा?

जेन- मैं इसे चख कर देखूंगी, तब मुझे पता चलेगा।

आमिर-लेकिन ये तो गंदा होगा।

जेन-नहीं ये गंदा नहीं होता है। इसी से बच्चा पैदा होता है।

आमिर-कैसे?

जेन-जब ये पानी किसी लड़की की चूत में जाता है, तब बच्चा पैदा होता है।

'मतलब?'

जेन-चुदाई के बाद ही ये पानी लड़की के चूत में जाता हैl रुको, मैं पहले चैक करती हूँ कि तुम्हें बीमारी है कि नहीं।

जेन ने मेरा पानी अपनी जीभ से चाट लिया। थोदी देर बाद जेन के चेहरे पर ख़ुशी देख कर मुझे भी थोड़ी राहत मिली।

आमिर-क्या हुआ जेन,सब ठीक तो है न?

जेन ने अपनी चूत खुजाई 'हाँ, सब ठीक है,'

आमिर-मुझे कोई बीमारी तो नहीं है?

जेन सोचने लगीं कि लड़के छोटी उम्र से ही लण्ड, चूत, चुदाई शब्द का उपयोग करते हैं पर उनको पूरा ज्ञान नहीं होता।

'डरने की कोई बात नहीं है। तुमको कोई बीमारी नहीं है।'

आमिर-फिर ये लण्ड इतना बड़ा क्यों है?

जेन-अरे तुम्हें तो भगवान का शुक्रिया करना चाहिए कि तुम्हें इतना अच्छा लण्ड मिला है। बहुत कम लोगों का इतना बड़ा होता है समझेl

आमिर-थैंक यू जेन!आपने मेरे सर से कितना बड़ा बोझ हल्का कर दियाl मैं बता नहीं सकता।

मैं अब भी नंगा ही खड़ा था।

'आमिर जैसे आज मैंने तुम्हारा लण्ड देखा हैl वैसे ही तुमने कभी किसी की चूत देखी है?'

आमिर - वह जेन कल आपको देखा था!

जेन-दुबारा देखना चाहोगे?

आमिर-हाँ देखने की इच्छा तो है।

जेन-हाँ मेरी चूत l

आमिर-अगर आप दिखायेंगी तो ज़रूर देखूंगा।

जेन ने अपनी नाइटी उतार दी। जेन नाइटी के अन्दर पूरी नंगी थीं। जैसे ही नाइटी ज़मीन पर गिरी, जेन मेरे सामने नंगी खड़ी थीं। मैं भी कमर के नीचे नंगा था। जेन की चूत चिकनी थी। जेन के दूध पके हुए आम की तरह दिख रहे थे।

जिस तरह जेन मेरे लण्ड को देख कर एक मूरत की तरह खड़ी थींl उसी तरह मैं भी जेन को नंगा देख कर मूरत की तरह खड़ा था।

जेन के चेहरे पर लण्ड मिलने की ख़ुशी झलक रही थीl! आमिर! कैसी लगी तुम्हें मेरी चूत?

जेन-आमिर, मेरे पास आ जाओ!

मैं जेन के पास चला गया। जेन और मेरे बीच बस कुछ कदमों का फ़ासला रह गया था। मेरा दिल जोर-जोर से धड़क रहा था।

जेन-हाथ लगाकर देखो मेरी चूत कोl

जैसे ही मेरे हाथों ने जेन की चूत को छुआ, मेरे शरीर में करंट लगा और मैं पीछे हो गया।

जेन-क्या हुआ, पसंद नहीं आई मेरी चूत?

आमिर-हम्म!

जेन-क्या तुमने इससे पहले कभी चूत देखी है।

मैं कुछ नहीं बोला।

जेन-क्या तुमने कभी चुदाई की है।

आमिर- नहीं जेन! मैंने किसी की चूत ही नहीं देखी। और ये चुदाई का क्या मतलब है?

जेन-करना चाहते हो?

आमिर-हाँ!!

जेन-तो शुरू करो न।

आमिर-मुझे चुदाई करना नहीं आती।

जेन-मैं तुम्हारी जेन हूँ तो मैं तुम्हें चुदाई कैसे करते है, सिखाऊँगी। मुझसे सीखोगे?

आमिर-हाँ, मुझे चुदाई करना सीखना है, आप मुझे सिखा दो।

जेन-मैं तुम्हें ऐसी चुदाई सिखाऊँगी कि तुम हर लड़की और हर औरत को खुश कर सकोगे।

आमिर-जी।

जेन-पहले मुझे किस करो।

मैंने जेन के लिप्स पर अपने होंठ रख दिए। लगभग 5 सेकण्ड बाद मैंने उसने छोड़ दिया, क्योंकि जेन ने मुझे धक्का दिया था।

तुम्हे किस करनी नहीं आती कभी किस की है तुमने?

मैंने कहा हाँ आपको और लूसी को किस करि है एक दो बार पर इससे ज़्यादा कुछ नहीं।

चलो फिर यही से शुरू करते हैं मैं तुम्हे किस करना सिखाती हूँ।

उसके बाद जेन ने मुझे पकड़ कर वापिस मेरे होंठो को किस किया और मेरे सर को जकड़ के अपने मुंह से मुंह लगा दिया और वह मेरा ऊपर का ओंठ चूसने लगी। मैं चुपचाप अपना जीभ चुसवा रहा था। जेन बोली बिलकुल अनारी हो तुम तो ठीक से किस करनी भी नहीं आती।

जेन-अरे सिर्फ़ होंठों के ऊपर होंठ रखने से किस नहीं किया जाता l तुम मेरे होंठों को अपने होंठों में रख कर चूसो। कभी ऊपर के होंठों को, तो कभी नीचे के होंठों को, होंठ चूसते हुए मुँह खुले पर अपनी ज़बान सामने वाले के मुँह में डाल कर उसकी ज़बान से साथ खेलो। फिर एक-दूसरे की ज़बान को चूसो। समझे कि नहीं अब,तो फिर अब शुरु करोl

जैसे जेन ने कहा, वैसे ही मैंने किस करना चालू किया। मैं अपने होंठों को जेन के होंठों पर रख कर चूसने लगा, कभी ऊपर के, तो कभी नीचे के होंठ को चूसने लगा।

जैसे ही जेन ने अपना मुँह खोलाl मैं जेन की जीभ को अपने होंठों में पकड़ कर चूसने लगा। लगभग 10 मिनट तक चूमता रहा। बाद में हमने चूमना छोड़ दिया।

जैसे ही जेन ने अपना मुँह खोलाl मैं जेन की जीभ को अपने होंठों में पकड़ कर चूसने लगा। लगभग 10 मिनट तक चूमता रहा। बाद में हमने चूमना छोड़ दिया।

जेन-तुम तो जल्दी सीख गए।

आमिर-मैंने ठीक किया।

जेन-ठीक क्या, तुमने बहुत अच्छा किया।

चलो अब जल्दी से फिर किश करो। चूसो मेरे होंठ और मैं उसके निचले ओंठ को चूसने लगाl थोड़ी देर बाद वह मेरा निचला होंठ चूसने लगी और मैं उसका ऊपर का ओंठ चूसने लगाl वह बोली अपना मुँह थोड़ा खोलो और किस का मज़ा लो मैंने अपना मुंह थोड़ा-सा खोला और जेन की जीभ मेरे मुंह में चली गयीl

आगे बेहद उत्तेजक और अत्यंत सुखद अनुभव हुआ जिसकी कल्पना भी नहीं कर सकता था। जेन बोली मेरी जीब को चूसो तो मैं जेन की जीभ चूसने लगा फिर जेन बोली मेरी जीभ से अभी झीब दो और खेलो जेन की जीभ मेरी झीब से खेलने लगी और मैं जेन की झीभ से खेलने लगाl जो जेन करती थी मैं भी वही कर उसका जवाब देता थाl वह जीभ फिराती मैं जीभ फिराता वह ओंठ चूसती मैं ओंठ चूसताl

यह सब करते-करते जेन मुझे धीरे-धीरे सरक सरक कर दिवार के पास ले गयी और मेरे साथ लिपट गयीl उसका बदन मेरे बदन से चिपक गया; उसके दूध मेरी छाती में दब गए थे और मुझे दिवार से सटा दियाl जेन के हाथ भी मेरे बदन पर फिर रहे थेl और वह मेरी जीभ को चूसने लगीl फिर मैंने भी उसकी जीभ को चूसाl जेन मुझे बेकरारी से चूमने लगी और हमारे मुंह में एक दूसरे का स्वाद घुल रहा था। कम से कम 15 मिनट तक वह मेरे लबों को चूमती चुस्ती रही। फिर रुक कर सांस लेनी लगी और अपने होंठो को जीब पर फिरते हुए बोली सच मज़ा आ गया!

जेन बोली कैसी लगी किस मैंने कहा मज़ा आया l

जेन की सारी लिपस्टिक मेरे और उसके मुँह पर फ़ैल गयी थीl मेरे मुँह और अपने मुँह को उसने एक रुमाल जो वही स्टूल पर रखा था उससे पूंछाl जेन के होंठ फिर मेरे होंठो से जुड़ गए और हम दुबारा किस करने में लग गएl हमारे नाक आपस में टकरा रहे थे और कभी सीधे और कभी दाए कभी बायीं और मुँह कर किस कर रही थीl जेन की गर्म-गर्म मादक साँस मेरे मुंह पर लगने लगीl मुझे उसके होंठ बहुत नरम थेl उसे मैंने भी कस कर किश किया और जैसे वह किस करती थी वैंसे ही जवाब दियाl मेरे हाथ उसकी पीठ पर पहुँच गए l

हम दोने एक दुसरे के ओंठ चूसने लगे और हमारे मुँह खुल गए और मुँह का रास एकदूसरे के मुँह में रास घुलने लगा l उसकी गरम साँसे और ख़ुशबू मुझे मदहोश करने लगी l सच में जेन बहुत सेक्सी थी l तभी जेन ने मेरा लैंड पकड़ लिया और दबाने लगी लंड कड़ा हो चूका था l

जेन-अब मेरे गालों को चूमो, चूसो, पूरे चहरे पर चूमो,बाद में मेरे कानों को भी चूमो।

जैसे जेन ने कहा, मैंने वैसा ही किया। जेन के मुँह से आवाज़ निकल रही थी। दस मिनट तक वह सब करने के बाद मैं रुक गया।

जेन-अब मेरी गर्दन पर चूमो।

मैंने वैसे ही किया। जेन जोर-जोर से साँसें ले रही थीं।

जेन-अब मेरे दूध को हाथों से दबाओ। पहले आराम से दबानाl फिर थोड़ी देर बाद ज़ोर से दबानाl कभी लेफ्ट कभी राइट वाला, ठीक है।

'ठीक हैl'

' फिर मेरे निप्पल को थोड़ा खींचना और थोड़ा सहलाना। फिर अपनी ज़बान को मेरे निप्पल पर घुमानाl फिर मुँह में लेकर चूसना। जितना अन्दर तक हो सके। उतना मुँह में लेना और दूसरे दूध को हाथों से दबाते रहना।

'जी ठीक हैl'

जेन के दूध कॉटन की तरह नरम थे। जेन के दूध के साथ खेलने में मज़ा आ रहा था।

वो बीच-बीच में चिल्ला रही थीं कि और ज़ोर से और ज़ोर से दबाओ।

मेरे दूध चूसने से जेन मदहोश होने लगींl वे थोड़ी देर बाद अकड़ गईं। मुझे कुछ समझ नहीं आया। मैं तो जेन के दूध के साथ खेलता रहा।

मेरे उसके स्तन दबाने और खेलने से ही वह झड़ गयी थी फिर थोड़ी देर बाद जेन नॉर्मल हो गईं।

जेन-आमिर , सच में.,तुम जल्दी सीख जाते होl

आमिर-वह तो, जैसे आप बता रही हो, मैं तो वैसा ही कर रहा हूँ।

जेन-अब तुम मेरी नाभि के साथ खेलो., उसमें अपनी उंगली डालो उसे किस करोl उसमें अपनी जीभ डालो। और फिर अपनी जीभ को नाभि में आगे-पीछे करो, ठीक है?

'जी जेनl'

मैं अपनी उंगली जेन की नाभि में डाल कर खेलने लगा। फिर उस पर हल्के से चाटने लगा, मैं अपनी जीभ को नाभि में डाल कर आगे-पीछे करने लगा।

जेन को भी इसमें मज़ा आ रहा था।

जेन-आह्ह,फिर कुछ सोचते हुए रुक गयी और बोली आमिर अब रुक जाओ.।

आमिर-क्या हुआ क्यों रोका l

वो बोली जैसा हमने तय किया है तुम्हारा पहला सेक्स लूसी के साथ ही होगा इसलिएl

अब आगे का सबक कल सीखेंगे जब तुम लूसी के साथ होंगे और इस मौके को ख़ास होना चाहिए जिससे तुम और लूसी उसे कभी न भूलो l

किश करके नग्न लड़कियों के फोटो देख कर मैं बहुत ज़्यादा उत्तेजित हो गया था और अब मैं जल्द से जल्द लूसी और बाक़ी दोनों लड़कियों के साथ यौन सम्बंध बनाना चाहता था। वह तीनो भी मेरे साथ यौन सम्बंध बनाना चाहती थी। मैं चाहता था किलूसी सबसे पहले बिना शर्त मेरे लिए आत्मसमर्पण कर दे और ऐसा लगता था कि वह तैयार थी और मैंने सोचा कि मैं अपने पहले सेक्स को ख़ास बनाऊंगाl क्योंकि, ये हम दोनों के लिए बहुत ख़ास मौका है मैंने अपनी ख़ास विश्वास पात्र सेविका को फ़ोन पर कुछ सन्देश भेज कर कुछ देर बार लूसी के मीठे सपनो में खो गया।

आगे कहानी जारी रहेगी,

आमिर खान l

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