एक नौजवान के कारनामे 098

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समलैंगिक कजिन बहने
2.6k words
5
182
00

Part 98 of the 278 part series

Updated 04/23/2024
Created 04/20/2021
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पड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे

VOLUME II

विवाह

CHAPTER-1

PART 28

समलैंगिक कजिन बहने ​

रीता ने नीता के पूरे स्तन को अपने मुंह में भरकर चूसना शुरू कर दिया। जिससे नीता पूरी तरह से रीता से लिपट गयी और कराहने लगी।

ओह्ह्ह! हैहाईए! ओह्ह्ह! हैए आअअ! ऊऊऊऊहहहह! ऊऊऊऊ! अअईई! ऊऊऊऊ!

रीता ने नीता के निप्पल्स को चूसते हुए निप्पल पर अपनी जीभ को घुमाया और फिर नीता को सोफे पर बिठा दिया। नीता ने अपनी आँखें बंद कर स्तन चूसे जाने की संवेदना का आनंद लिया जैसे ही उसका स्तन रीता के मुंह से निकला और रीता ने सांस छोड़ी तो नीता को अपने स्तन पर गीली ठंडी हवा का अनुभव हुआ।

"रीता आप मुझे गीला कर रही हो," नीता ने लालसा भरे स्वर में कहा।

रीता ने उस पर चुटकी ली। "भगवान का शुक्र है कि यहाँ मैं भीगी हुई पैंटी वाली अकेली नहीं हूँ।" जैसे ही उसने कहा, "ओह रुको। हमने पैंटी तो पहनी ही नहीं है।"

नीता उसकी ये बात सुन कर हंस पड़ी। "लेट जाओ," रीता ने धीरे से कहा और नीता ने उसका पालन करते हुए उसकी ओर देखा।

रीता थोड़ा मुस्कुरा रही थी, लेकिन बिना समय गंवाए वह नीता के दुसरे स्तन के चारों धीमी गति से अपनी जीभ घुमातो हुई निप्पल की ओर बढ़ रही थी।

इस बीच, नीता ने अपनी जांघ पर रीता के हाथ को महसूस किया।

"मम्म!" नीता ने रीता को कराहते हुए सुना क्योंकि उसकी उंगलियाँ नीता की टांगो के जोड़ पर चली गईं और रीता नीता की चूत की गर्माहट को, महसूस करते हुए बोली "तुम बहुत संवेदनशील हो!"

"तुमने ही मेरी सोई हुई संवेदनाओ को जगाया है और ये सिर्फ तुम्हारे कारण है। मैं ये सच कह रही हूँ ये मेरा वादा है," नीता चिढ़ाते हुए बोली और अपने मुट्ठी में रीता के सर के बाल पकड़ लिए ताकि वह उसे थोड़ा नीचे कर सके।

"वादा तेरा वादा... तो फिर वह जो आप बोल रही थी जब उस अधेड़ ने आपको स्पर्श किया था तब भी आप... उसने वाक्य अधूरा छोड़ा दिया" रीता ने मुस्कुराते और बुदबुदाते हुई नीता की आँखों में देखा और फिर नीता के सीने और पेट के ऊपर से अपनी जीभ धीरे-धीरे चलाने लगी।

"ठीक है, अगर आप मुझे चिढ़ाने के बदले तो इसे आप ऐसे समझे की अपनी जीभ से कुछ और बेहतर करने का वादा करती हो तो इसी उम्मीद में।" नीता हँस पड़ी।

"ठीक है आप चिंता मत करो मेरे पास मैं अभी भी आप के लिए बहुत सारी योजनाओं हैं मेरी जान।" रीता बोली और एक आवेशपूर्ण चुंबन उसकी नाभि पर किया।"

और जैसे ही रीता ने नीता की जांघो के बीच काले बालों की एक झलक देखी तो बोली "अरे, अब मुझे रोकने की कोशिश करने का कोई मतलब नहीं है।"

नीता ने चिढ़ाते हुए जवाब दिया, "बिलकुल आपको इससे बेहतर पता होना चाहिए!"

नीता मुस्कुरा दी रीता के माथे को चूमा और लेट गयी और मधुरता से उत्तर दिया, "लेकिन मैं आपको अभी रुकने के लिए कहने का सपना भी नहीं देखूंगी।"

"अच्छा!" रीता ने हंसते हुए कहा और उसकी जांघो के बालों के बीच में अपनी जीभ चलाने लगी।

रीता नीता की भगशेफ के पास पहुँच कर रुक गई और एक बार फिर नीता की ओर देखा और उसने सोच-समझकर पूछा, "" नीता, क्या तुमने कभी हजामत बनाने के बारे में सोचा है? "

"मैं बस अपनी टांगो के लिए क्रीम इस्तेमाल करती हूँ," नीता ने जवाब दिया।

"उम, मेरा मतलब टांगो से बिल्कुल नहीं था," रीता ने एक धूर्त मुस्कान के साथ योनि को चूमते हुए कहा, "मेरा मतलब यहाँ से था" और सर झुकाकर अपनी जीभ नीचे कर ली, जिससे नीता ने एक लंबी सांस ली।

"ओह! मम्म!" नीता ने हकलाते हुए रीता के बालों को पकड़ लिया और बोली, "लेकिन वहाँ तो छूते ही मुझे कुछ होता है!"

रीता ने चंचलता से पूछताछ की, अपनी प्रतिभाषाली जीभ से नीता के भगशेफ का चक्कर लगाया और वह कठोर हो गयी। "क्या होता है?"

जवाब में, आअह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह हाय करती हुई नीता कराहने लगी और रीता ने नीता की एक जांघ के बाद दूसरी जांघ पर ऊपर नीचे चुंबन शुरू कर दिया।

"तो," रीता ने चुंबन करते हुए नीता से एक बार फिर पुछा, "क्या आप इसके बारे में सोचा है?"

"-किस बारे में!" नीता ने हांफते हुए रीता के बालों को अपनी उंगलियों के चारों ओर घुमाया और अनजाने में उसे खींच लिया।

"शेविंग के बारे में," रीता ने उसकी जांघो के क्षेत्र को मोहक अंदाज से चूमते हुए कहा।

"मैं! ओह, नहीं!" नीता ने जवाब दिया

"ओह, लेकिन क्यों नहीं?" रीता ने चिढ़ाते हुए कहा।

"अरे, मम्म... ओह! मैंने यह नहीं कहा कि मैं, मैं नहीं करूंगी, लेकिन क्यों" नीता ने आहें भरते हुए वह अपने पैरों को जितना दूर ले जा सकती थी उतना ले गयी और टाँगे चौड़ी कर दी।

"ओह, मुझे लगता है कि क्लीन शेव लुक आपको बहुत अच्छी तरह से सूट करेगा!" रीता ने हंसते हुए कहा और नीता ने रीता के गालो पर अपने हाथ फिरा और उसकी त्वचा की कोमलता का थोड़ा-सा आनंद लिया।

"मैं इस बारे में ज्यादा नहीं जानती," नीता बोली और रीता ने अपना सर घुमाया और नीता की उंगलियों को चूमा।

"यह मेरा विचार है," रीता ने एक मुस्कान के साथ कहा और नीता की आंतरिक जांघ तक अपनी उंगलियों को चलाया।

रीता ने नीता की जांघो ले लेकर उसकी घुटने तक अपने जीभ को फिराया और फिर घुटनो से लेकर जांघो तक अपनी जीभ को दूसरी टांग पर फिराया और टांगो और जांघो के नादरूनी हिस्सों पर चुंबन शुरू कर दिया। हर समय नीता मजे ले-ले कर ओह्ह आह्हः हाय-हाय उफ्फ्फ करती हुई चीखती-चिल्लाती रही, वह चाहती थी कि रीता उसे छोड़ दे और वह बाजुओं के सहारे अधलेटी हो गयी ।

मुझे नीता का हर अंग साफ दिखाई दे रहा था। नीता के शानदार छोटे गोल स्तन रीता की हर हरकत के साथ झूम उठे। उसके छोटे स्तन उसकी पीछे को झुकी हुई छाती से लटके हुए थे, वे सामान्य रूप से दिखने वाले गोले नहीं थे। उसके स्तन थोड़े अण्डाकार उल्टे गुंबदों की तरह थे, जो उसके सख्त फूले हुए निपल्स के घेरों से ढके हुए थे। उसके घेरे छोटे और गुलाबी थे। मैंने उसकी कामुकता की हर बारीकि को देखा-उसके पूरे कूल्हे, उसकी पीठ की वक्र, उसकी बढ़िया गांड की उछाल।

नीता बिलकुल वैसी लड़की थी, जिसकी मैंने कल्पना की थी। मेरा लंड और कड़ा हो गया था और मेरे लंड की नसे फूल कर गहराने से उभर गयी थी।

नीता का पूरा बदन कमाल का था मैं उसकी खूबसूरती को कुदरत का ख़ास तोहफा कहूंगा। मैं उसके चिकने सुडौल आकार के टांगों को देख सकता था और उन दोनों के बीच उसका योनि का चीरा उन सभी लड़कियों से छोटा था, जिन्हें मैंने अब तक चोदा है। उसकी योनि क्षेत्र पर बालों का एक बड़ा घना जंगलों जैसा गुच्छा था जो मुझे पसंद नहीं आया क्योंकि सब कुछ उस गुच्छे के काले रंग में विलीन हो गया था। लेकिन जब रीता उसकी योनि के पास के बालो हो हटाया तो मैंने देखा उसकी योनि के ओंठो पर बहुत कम बाल थे और मैं उस तरुण लड़की की सूजी हुई योनी और मैंने देखा अंदर सब लाल था।

ओह, मुझ पर भगवान ने बहुत बड़ी कृपा कर मेरे लिए आज का जा दिन ख़ास बनाया था। मेरा लंड बेकाबू हो गया था, वह बहुत लंबा हो ऊपर-नीचे धड़क रहा था। मैं लड़कियों को गौर से देख रहा था और मेरे-मेरे बाए हाथ से मेरे लंड को पकड़ लिया और धीरे-धीरे मैं अपने लंड की चमड़ी को ऊपर और नीचे खींच रहा था।

"ओह! रीता!" नीता कराह उठी जब उसने उसकी योनि के आसपास चूमा, "कृपया! कृपया! कृपया! मुझे चाटो! प्लीज अब और चाटो!" और नीता ने अपनी टाँगे कसने की कोशिस की

"चाटो? किस जगह चाटो, कहाँ चाटो?" रीता ने मुस्कुराते हुए पुछा और अपनी जीभ को उसकी सूजे हुए चूत के होंठों के चारों ओर फिराना शुरू कर दिया और इस बीच रीता ने अपने मजबूत हाथों से रीता के पैरों को अलग करने के लिए पकड़े रखा।

"ओह! मैं! मैं! मैं! नीता का हकलाते हुए जवाब आया, नीता ने अपने बदन में स्पर्श की और अधिक जरूरत का मजबूत अहसास मह्सूस किया।

"साफ़ बोलो तुम्हे कहा चाहिए!" रीता ने मांग की, "साफ़ बोलो नहीं तो तुम्हें कुछ नहीं मिलेगा! "

"मेरी योनी!" नीता कांटे हुए तड़प कर बहुत जोर से बोली, उसे अब कोई परवाह नहीं थी कि अगर उनकी आवाज सुनकर उनके माता-पिता अचानक कमरे आ गए कि क्या हो रहा है। तो?

नीता के काँपने पर रीता हसी और साथ ही नीता का शरीर प्रत्याशा से काँप उठा। नीता ने तब महसूस किया कि रीता की गीली जीभ उसकी आंतरिक लेबिया के नीचे घूम रही है, जिससे वह हताशा में एक लंबा विलाप कर रही है।

"मम्म! ओह! रीईईईईताआआ," नीता ने कराहते हुए कहा, "कृपया,। मुझे आपकी जीभ अपने अंदर चाहिए! मेरी योनि के अंदर ।"

जवाब में, रीता मुस्कुराई और अपना चेहरा योनि के पास में ले जाने से पहले अपनी लंबी उंगलियों से नीता की चूत के होंठों को खोल दिया। फिर रीता ने नीता के भगशेफ की मालिश करने के लिए दो अंगुलियों का इस्तेमाल किया, उसे धीमी, गोलाकार गति में रगड़ते हुए उसकी जीभ नीता की योनि के ओंठो को चाटने लगी। परफ्यूम की हल्की-सी महक के अलावा, नीता को कोई खास गंध नहीं आ रही थी और उसकी त्वचा बिलकुल दूधिया रंग की थी। जब रीता लगातार चाटती और मालिश करती रही तो उसका रंग हल्का गुलाबी हो गया और वह नीता के कामोत्तेजना और रीता की मेहनत से एक या दो डिग्री गर्म हो गया।

"ऊह! अंदर जो गुलाबी है वह लाल हो रहा है है!" रीता ने चिढ़ाते हुए कहा, "बिल्कुल तुम्हारी तरह!"

"धत्त्त!" नीता ने अपनी शर्मिंदगी में शरमाते हुए कहा।

"ओह, जब आप ऐसा करती हैं तो आप बहुत प्यारी लगती हो," रीता ने नीता की चूत के अंदर की ओर अपनी गर्म जीभ से चाटने से पहले मुस्कराहट के साथ उत्तर दिया।

"ऊह! ओह हाँ!" नीता हांफ रही थी, उसका शरीर उत्तेजना से कांप रहा था क्योंकि उसने रीता को रोकने के लिए अपनी जांघों को एक साथ दबा दिया था।

नीता को उतना ही अच्छा महसूस कराने के लिए, रीता ने ध्यान से धीरे से नीता की तंग योनी में एक उंगली सरका दी। नीता के कूल्हे सोफे से उठे और उसने अपने स्तनों को सहलाते हुए अपने निप्पलों को पिंच किया। वह कराह उठी ओह्ह्ह! हैए! आअअ! ऊऊऊऊहहहहऊऊऊऊ! अअईई! ऊऊऊऊ! हाईए! उसके होंठ अलग हो गए और उसकी साँसे तेज हो गई। उसकी आँखें बंद की और उसकी पीठ धनुषाकार हो गई क्योंकि उसके शरीर ने रीता की हरकतों का जवाब दिया।

उसने नीता की चूत के अंदर और बाहर अपनी उँगली करने लगी और अपनी जीभ से उसके क्लिट को फड़फड़ाया।

"बस हो गया," नीता ने विलाप करने से पहले कहा, "यह बहुत अच्छा लगता है।"

रीता ने नीता की योनि पर चाटती रही जिससे रीता का भी यौन उन्माद बढ़ गया और नीता ने रीता के अनुभवहीन स्पर्श पर उसकी प्रतिक्रिया से प्रेरित होकर, नीता ने अपनी योनि को टाइट करते हुए उसकी भीतरी दीवारों ने रीता की उंगली को कस लिया । फिर उसने रीता को पलट और सोफे पर लिटा दिया और उसके ऊपर आ गयी और उसने रीता के होंठों पर योनि रख कर बैठ गयी ।

नीता ने कराहते हुए कहा, "कृपया रुको मत। ऐसी की करती रही।मैं बहुत करीब हूँ। यह बहुत अच्छा लग रहा है। मुझे आने दो, रीता।"

हालाँकि, जब नीता के शरीर में उत्तेजना की लहर दौड़ गई, तो रीता ने उसे दूर करने के लिए अतिरिक्त प्रयास किया। उसने महसूस किया कि नीता करीब थी। रीता ने उसकी चूत को अपनी उँगलियों से चोद दिया और उसकी योनि को चूसा।

नीता ने महसूस किया उसकी मानसिक उत्तेजना उतनी ही उत्तेजक थी जितनी शारीरिक,। नीता एक शक्तिशाली संभोग की ओर बढ़ रही थी। रीता ने उसकी योनि में अपनी उंगली को नीता की योनी में थोड़ा और गहरा घुसाया।

"ओह, हाँ," नीता बुदबुदाई। "मुझे चोदो। मुझे चोदो।"

नीता का एक हाथ रीता के सिर के पिछले हिस्से में चला गया और उसकी उँगलियाँ रीता के लम्बे बालो में उलझ गईं और रीता के मुँह पर खुद को और मजबूती से दबाया।

नीता के अंदर की ज्वलंत संवेदनाएँ प्रज्वलित थींऔर रीता ने उ उसकी चूत को चाटना जारी रखा जल्द ही क्योंकि उसकी जीभ और मुँह नीता के चूत रस से रस भर गया। फिर नीता को अपनी चीख को कम रखने के लिए सोफे पर रखे तकिए से अपना चेहरा ढंकना पड़ा, क्योंकि रीता की जीभ की हरकतों ने उसे झड़ने के बहुत करीब ला दिया था।

"मम्म, तुम्हारा स्वाद बहुत अच्छा है!" रीता ने सराहना की और नीता की आंतरिक ओंठो को लंबा चूसने के लिए और उनके बीच अपनी जीभ को सरका दिया, "मेरी जीभ इससे आगे नहीं जा पा रही है।"

मैं नीता को उसके जीवन के ऐतिहासिक क्षण में देखकर बहुत धीमी आवाज में कराह रहा था क्योंकि मैं लगातार उन्हें देखता हुआ हस्तमैथुन कर रहा था।

नीता जवाब में केवल कराही और मुस्क़ुआई और उसने अपनी पीठ को पीछे को झुकाया और अपने दाँतों को जकड़ लिया।

रीता उसे उत्तेजित करने के लिए नए तरीके खोज रही थी रीता ने अपनी उँगलियाँ नीता के भगशेफ के दोनों ओर रख दीं और इस तरह धक्का दिया कि वह और भी अलग दिखे। फिर ध्यान से उसे अपने दांतों में मजबूती से लिया और धीरे से उसे कुतर दिया।

उस समय मैं कल्पना कर रहा था जैसे मैं नीता को चोद रहा हूँ और मेरे लंड पर मेरी पकड़ की गति तेज हो गई, मैं पागल आदमी की तरह अपना हाथ हिला रहा था।

रीीीिटा! हाईए! ओह्ह्ह! हैए आअअ! ऊऊऊऊहहहह! ऊऊऊऊ! अअईई! ऊऊऊऊ! मर गयीीीी

नीता हांफ रही थी और अनियंत्रित रूप से कराह रही थी, सोफे पर इधर-उधर हो रही थी क्योंकि रीता ने अपनी जीभ की नोक से अपने क्लिट पर हल्के से कुतरने से उसका पूरा शरीर मजे और आंनद में कांप रहा था। रीता ने फिर धीरे-धीरे अपने ओंठो को योनि के ओंठो पर रगड़ना शुरू कर दिया, नीता के सूजे हुए भगशेफ को अपने दांतों के बीच घुमाने लगी क्योंकि नीता व्यावहारिक रूप से तकिए के अंदर चिल्ला रही थी। फिर की नीता की चूत की भीतरी दीवारें सिकुड़ने लगीं, रीता ने अपना मुँह नीचे की ओर घुमाया और उसकी योनि के होठों को चूसा बार-बार चूसा और नीता का जितना हो सके उतना जूस पीती रही। इस बीच, रीता ने अपनी तर्जनी से नीता के भगशेफ पर भी हमला जारी रखा, उसके ऊपर धीमी गति से घेरे बनाकर, अनजाने में उसे घुमाया और चुटकी ली।

मैं देख रहा था कि नीता कराह रही थी और उसका शरीर बहुत तेज कांपने लगा और फिर अकड़ने लगा और फिर वह रीता के ऊपर गिर गयी।

उसे देख मैं सोच रहा था कि मेरा लंड नीता की चूत के अंदर है और मैं भी जड़ने वाला था लेकिन किसी तरह, मैंने अपना स्खलन न होने देने के लिए खुद को नियंत्रित किया।

रीता हँसी के साथ बोली, "मम्म! ओह!" नीता का रस उसके सुंदर चेहरे पर लगा हुआ था, "क्या तुम कभी रुकती नहीं हो?"

नीता मुस्कुराई और बोलने की कोशिश की, लेकिन अब वह केवल आअह्ह्ह कर धीरे से कराह सकती थी और फिर रीता उसके चारों ओर अपनी बाहें डालती हुई उठी।

"मैं नहीं रोक सकती!" नीता ने हांफते हुए कहा कि उसकी साँसे तेज चल रही थी। वह बोली "यू आर जस्ट वैरी-वैरी गुड!"

"ऐसा इसलिए है क्योंकि आप बहुत यमी हैं," उसे गले लगाया और रीता ने नीता को धीरे से चूमा फिर रीता ने कहा।

"लेकिन मेरी जान ये तो केवल मजो की शुरुआत है!"

नीता उसकी ओर देखकर मुस्कुराई, उसकी सांसें सामान्य गति से धीमी हो रही थीं और उसके चेहरे की लाली धीरे-धीरे फीकी हो रही थी।

जारी रहेगी

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