खानदानी निकाह 05

Story Info
मेरी बहन का निकाह मेरे कजिन के साथ और सुहागरात.
3.4k words
2.44
257
00

Part 5 of the 67 part series

Updated 01/16/2024
Created 01/21/2022
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आपने पिछले भाग में पढ़ा मैंने अपने बहन रुखसाना से कहा आपा मेरी चार बीविया होने के बावजूद आज रात तो सूखा ही सोना पड़ेगा। क्योंकि रुक्सर के साथ तो मेरी सुहागरात में अभी एक महीने का टाइम है। रुकसाना बोली इसीलिए तो तुम से पहले ही कहा था आराम से करना! ज़ीनत आपा कहाँ भागी जा रही हैं? पर तुम को सब्र कहाँ? कर दी दन दना दन। अब सब्र रखोl मैं उनके हाथ जोड़ने लगा आपा कुछ करो मैं मर जाऊँगा।

दोस्तों मैं सलमान मेरी पहली कहानी भाग 1-2 में आपने मेरे ज़ीनत आपा के साथ निकाह के बाद सुहागरात की दास्तान पढ़ी, भाग 3-4 में आपने मेरी कजिन भाई रिज़वान के निकाह के बाद मेरी बहन रुखसाना की सुहागरात की कहानी पढ़ी अब आगे।

जब रिज़वान ने रुखसाना के साथ अपनी सुहागरात की कहानी ख़त्म करि तो उसे सुन मेरा 11 इंची लुंड पूरा तन गया था और पायजामा में टेंट बन गया था। तभी रुकसाना अंदर आ गयी और पूछने लगी क्या चल रहा हैl मैंने कहा रिज़वान भाई तुम्हारे साथ अपनी सुहागरात की कहानी सुना रहे थे, तो रुकसाना बोली मुझे भी सलमान तुम्हारी और ज़ीनत आपा की सुहागरात की दास्ताँ बताओ।

फिर मैंने फिर कहा रुकसाना आपा कुछ कीजिये डॉक्टर ने 3 दिन ज़ीनत की चुदाई के लिए मना किया है। मेरी चार बीविया होने के बावजूद आज रात तो सूखा ही सोना पड़ेगाl क्योंकि रुखसार के साथ तो मेरी सुहागरात में अभी एक महीने का टाइम हैl

रुकसाना बोली इसीलिए तो तुम से पहले ही कहा था आराम से करना ज़ीनत आपा कहाँ भागी जा रही हैं पर तुम को सब्र कहाँl कर दी दे दन दना दन। अब सब्र रखो। मैं उनके हाथ जोड़ने लगा आपा कुछ करो मैं मर जाऊँगाl आपा को मुझ पर कुछ रहम आ गया। आपा बोली अच्छा कुछ करती हूँ लेकिन पहले तुम अपनी और ज़ीनत की सुहागरात की कहानी मुझे सुनाओl इतने में वहाँ रुखसार और आरसी भी आ गयी और बोली हमें भी सुहाग रात की कहानी सुननी है। सलमान पूरी तफ्सील से बताना l रिज़वान भी कहने लगा हैं भाई सुनाओ न तुम्हारे कमरे से बहुत आवाज़े मुझे भी आ रही थी, ज़ीनत आपा के चीखने चिल्लाने की। आवाज़ों से मेरा भी जोश बढ़ गया था और मैंने भी चीखे सुन कर सलमा को बढ़ चढ़ कर कस-कस कर चोदाl

मैं उन्हें अपनी सुहागरात की कहानी सुनाई। (कहानी की तफ्सील भाग 1-2 में पढ़ ले l) मैं कमरे में ले गया तो सेज़ पर ज़ीनत बैठी थी और ज़ीनत हरे रंग की बनारसी साड़ी और पूरी गहनों से लदी हुई थीl

फिर में उनके पास गया और उनका हाथ अपने हाथ में लेकर उनसे बातें करने लगा फिर मैंने धीरे से उनके होंठो को चूमा, उफ उनकी खुशबू ही क्या सेक्सी थी? और मेरे चूमते ही मेरे लंड को फौलादी बन गया था फिर मैंने धीरे से उनकी गर्दन को चूमने, चाटने लगा था और मेरे ऐसा करते ही वह सिसकारी लेती हुई मुझसे लिपटी जा रही थीl

अब में ज़ीनत आपा के ब्लाउज के ऊपर से ही उनके बूब्स को दबाने लगा थाl मैंने जोश में आकर उनका ब्लाउज फाड़ दिया और उनके सारे कपडे उतार दिए उनका सुडोल, चिकना, गोरा बदन, मेरी बाहों में नंगा था उनके बदन पर सिर्फ आभूषण थेl फिर मैंने सिर्फ़ गहनों में लदी ज़ीनत के पेट की अपनी जीभ से ही चुदाई कर डाली और फिर अपनी जीभ उनकी चूत पर लगाकर उनकी चूत को चाटने लगाl

फिर वह मेरी जीभ की मस्त चटाई में ही झड़ गई फिर अपने मुँह में उनकी निपल्स लेते हुए अपनी एक उंगली उनकी चूत में घुसाने की कोशिश करने लगा, लेकिन उनकी टाईट चूत बहुत सख्त और तंग थी और मेरी कोशिश पर आपा चीखने लगती थी, लेकिन बड़ी मुश्किल से मेरी 1-2 उंगली उनकी चूत में अंदर जा पाईl

फिर मैंने उनको चूमते हुए और बूब्स दबाते हुए अपना लंड उनकी चूत के मुँह पर सेट किया और उनको चूमता चाटता रहाl बड़ी मुश्किल से मेरा लंड 2 इंच अंदर घुसा ही था कि जीनत की चीख निकल पड़ी, सलमान आईईईईईईईई! दर्द! आआहह! उउउउइईईईईई! हो रहा है और उनकी हथेलियों को अपनी हथेली से दबाते हुए उनकी चूत पर एक ज़ोर का शॉट मारा और मेरा लंड 2 इंच अंदर घुस गयाl फिर मैंने उसकी चीखों की परवाह किए बिना एक ज़ोर का धक्का और मारा और मेरा लंड उसकी चूत की झिल्ली को फाड़ता हुआ 5 इंच अंदर घुस गयाl

अब वह अम्मी-अम्मी! कहकर ज़ोर से चिल्लाने लगी थी और चीखने लगी थीमें मर जाउंगी, मैं कुछ देर रुका और धीरे से उन्हें सहलाने लगा और चूमने लगा और अपना लंड 2 इंच बाहर निकालकर फिर से एक ज़ोर का शॉट मारा तो मेरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ चूत की जड़ में समा गयाl फिर जो वह चीखी, तो पूरी हवेली जाग गयी होगी, लेकिन में उसे चोदता रहा, चोदता रहाl

फिर 10 मिनट की बेरहम चुदाई के बाद जब उसकी चीखे कम हुई और सिसकारी में बदलने लगी तो मैंने अपना लंड आधा बाहर कर लिया और अंदर बाहर करने लगाl फिर अचानक से आपा ने मुझे कसकर अपनी बाहों में जकड़ लिया और झड़ गयी फिर मैंने उसकी जमकर धुनाई करते हुई चुदाई की और उसको 3 बार और झड़ाने के बाद अपना रस उसकी चूत में ही डाल दियाl

फिर उस रात मैंने ज़ीनत को 4 बार चोदा और जब वह सुबह लंगडाते हुए चल रही थी।

फिर रुकसाना आपा बोली अब कल रात क्या हुआ वह भी सुनाओ क्योंकि आज सुबह तक बहुत चिल्लाने की आवाज़े आ रही थी तुम्हारे कमरे से?

मैंने कहा जब अब्बू ने मुझे और रिज़वान को बुला कर कहा कल रात जो चीखने चिल्लाने की आवाज़ आयी थी वह नवाबी तेहज़ीब के मताबिक सही नहीं हैं जो भी करो नज़ाकत को देख कर करो l सारे नौकर नौकरानी सुनते है और बातें बाहर जा सकती है।

फिर कल रात मैं जब ज़ीनत के कमरे में गया तो मैंने देखा ज़ीनत आपा की चुत एकदम सूजी हुई थी। मैंने प्यार से चुत सलवार की ऊपर से ही को सहलाया। फिर अपने हाथो के उसके मोमे दबाये। मैंने अपनी उंगलियों से निप्पल को खींचा को आपा कराह उठी। आआह! मेरे राजा धीरे बहुत दुख रहे हैंl तो मैं बोला आज इसे थोड़ा आराम देता हूँ। मैंने कहा आओ आपा अपनी बांहो में सुला दो सुबह चार बजे का अलार्म लगा देते है। अगर तुम्हारा मन करे तो फिर मेरे को करने देना और हम दोनों एक दुसरे को चूमते हुए लिपट कर सो गए l

मेरी नींद खुली करीब रात के तीन बजे थे, आपा मेरे सीने से लिपटी हुई सो रही थी उनको देखते ही मेरा संयम टूट गया और दबोच कर लिप्स किस करने लगा, मैंने कहाँ आपा इसकी फ़िक्र न करे, आप सबसे सुन्दर, गोरी और मेरे से 5 साल बड़ी होने के बावजूद मस्त माल हो l आपको देखकर तो कोई भी पागल हो जाये जैसे कि मैं हूँ आपको मालूम नहीं है मेरी क्या हालत हैl मेरे मन आपको देखते हे बेकाबू हो जाता है तुम तो मेरे दिल की मल्लिक्का हो और फिर मैंने कहा आपा हमारे खानदान में गांड मरने की रिवाज़ है और आप चीखती बहुत हैं इसलिए अगर आप इज़ाज़त दे तो आपकी कलाई में रस्सी बाँधकर आपको उल्टा कर आपके दोनों हाथ बेड पोस्ट से बाँध देता हूँ और आपके मुंह को कपडे से बाँध कर आपकी गांड मार लेता हूँ l

आपा बोली मेरे राजा सलमान पहले मेरी चुत चोदो फिर जैसा चाहे वैसा कर लेना लेकिन धीरे से ताकि दर्द न हो l मैं उन पर चढ़ कर बेकरारी से चूमने लगा और उनकी चुचियों को मसलने लगा और वह मादक आवाजें निकालने लगी, आह उह आह की आवाजें पूरे कमरे में गूंज रही थी, फिर उसकी चूत पर अपना मुँह रखते ही वह जोर से चिल्ला उठी आआहह! ओमम्म्मममम! चाटो ना! जोर से! सस्स्सस्स! हहा! और मचलने लगी और अपनी गांड को इधर उधर घुमाने लगी। अब वह सिसकारियाँ मारने लग गई थी। अब वह अहाह! आहहह! आहहह! कर रही थी। मैंने अपनी पेंट खोली और आपा मेरे लंड पकड़कर सहलाने लगी l

फिर मैंने उनकी गांड के नीचे एक तकिया लगाया और उसके दोनों पैरों को फैलाया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया। अब जब मेरे लंड का सुपड़ा ही उसकी चूत में गया था तो वह ज़ोर से चिल्लाने लगीl हाईईईईई!, म्‍म्म्मम! फिर कुछ देर के बाद मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। अब वह पूरी मस्ती में थी और मस्ती में मौन कर रही थी अआह्ह्ह! आाइईई और करो, बहुत मजा आ रहा है और ज़ोर से, उउउईईईई! अम्मी! आहह! और फिर मैंने उसकी गांड पकड़कर अपनी स्पीड बढ़ा दी, तो वह भी कुछ देर के बाद झड़ गई।

फिर मैंने कहा इस बार आपा आप ऊपर आ जाओ फिर में उनके नीचे और आपा मेरे ऊपर मैंने भी अपने चूतड़ उठा कर उनका साथ दियाl मेरा लंड उनकी चूत के अंदर पूरा समां जाता था तो दोनों के आह निकलती थी l फिर मैंने ज़ीनत आपा की जम कर चुदाई की और उनको जन्नत की सैर कराइ। फिर मैंने उसको घोड़ी बना दिया और अब मैंने उसकी चूत में पीछे से लंड को डालकर चोदना शुरूकिया और फिर में उसे लगातार धक्के देकर चोदता रहा। करीब 25 मिनट तक लगातार उसको उस पोज़िशन में चोदा उनकी हालत बुरी थी वह कई बार झड़ चुकी थी।

आपा निढाल हो कर लेट गयी मैं उनको प्यार से सहलाने लगा और किस करने लगा और बोला आपा क्या आपको मजा आया दर्द तो नहीं हुआl आपा बोली बहुत मजा आयाl चूत बुरी तरह से सूज चुकी थी l लेकिन मैं एक बार भी नहीं झडा था और लंड तनतनय हुआ खड़ा थाl आपा ने लंड को सहलाते हुए कहा आज क्या बात है मैंने कहा आज इसका ये गांड मारे बिना नहीं रूकेगा। आपा शर्मा कर सिकुड़ गयी और मुझसे लिपट गयी।

फिर रिज़वान ने मुझसे पुछा क्या तुमने फिर ज़ीनत आपा की गांड भी मारी?

मैंने कहा पूरी बात सुनो और आगे सुनाने लगा फिर थोड़ी देर बाद आपा ने मुझसे कहा कि तुम मेरे हाथ पैर दोनों को बाँध दो और फिर मेरी जमकर मेरी गांड की चुदाई करो, में आज तुम्हे नहीं रोकूंगी और फिर उनके हाथ बाँध कर मुंह पर सलवार बाँध दी और खूब देर तक उनकी पीठ पर चुम्बन करते हुए बॉडी लोशन उनकी प्यारी बिन बालों वाली गोरी गांड पर लगाया और मैंने टनटनाया हुआ 9 इंची लोडा उनकी गांड में दे डाला और पहच की आवाज़ के साथ खून के फुव्वारे छूटे और एक ही धक्के में लंड समां गया l क्योंकि उनका मुंह बंधा था बेचारी केवल पाऊँ पटक सकती थी, जिन्हे मैंने अपने हांथो से जकड रखा था और में अब लगातार धक्के देकर चोदता रहा और फिर 30 मिनट उस नाज़ुक गांड की लगातार चुदाई के बाद हम दोनों झड़ गये। में धन्य हो गया l क्या गद्देदार चूतड़ थे, नरम मुलायम गोरी चमड़ी जो लाल सुर्ख हो गयी थी और सख्त टाइट मांस और बस मत पूछो यार मज़ा आ गया l आपा की आँखो से आंसू आ गये, लेकिन मुझे उनके चेहरे पर संतुष्टि साफ-साफ नजर आ रही थी।

मैंने अपनी और ज़ीनत की सुहागरात की कहानी ख़त्म की तो देखा रिज़वान और रुखसाना आपा दोनों गर्म हो चुके थेl रिज़वान का लंड भी पूरा तन गया था मैंने देखा रिज़वान ने आपा का हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया था और आपा उसे धीरे-धीरे सहला और दबा रही थी और दोनों लिप किश कर रहे थेl मेरा भी लंड पूरा तन गया था और मुझे लगा वह पजामा फाड् कर बाहर आ जायेगा फिर दोनों को ख्याल आया के मैं भी वही हूँ तो दोनों शर्मा गएl आपा ने मेरा तना हुआ पायजामा देखा तो बोली सलमान सब्र करो अभी तो सुबह ही हुई है देखती हूँ तुम्हार्रे लिए क्या हो सकता है मैंने कहा रिज़वान अब तुम भी सलमा के साथ अपनी सुहाग रात की कहानी सुनाओ रुखसार और आरसी भी बोली हमें भी सलमा की सुहाग रात की कहानी सुननी है रिज़वान पूरी तफ्सील से बताना जूनि चूँकि छोटी थी वह स्कूल चली गयी थी l

रुखसाना आपा बोली मुझे भी सुननी है रिज़वान प्लीज बताईये क्या हुआ l हमारे बहुत कहने पर रिज़वान शुरू हुआ l

सलमान भाई अपने खानदान के परंपरा के अनुसार मुझे पहले से ही पता था के रुकसाना सलमा और फातिमा मेरी ही होंगीl क्योंकि खानदान में तुम्हारे सिवा और कोई लड़का तो है नहीं इसलिए इन तीनो कजिन का निकाह मुझसे ही होगा और तीनो की खूबसूरती और नजाकत का मैं कायल था और मन ही मन तीनो को बहुत चाहता था फिर वह बोला मेरा बस चलता तो कब का तीनो को चोद देताl

रिज़वान बोला भाई निकाह के बाद दुल्हा, दुलहन दोनों को इन्तजार रहता है सुहागरात का... यह दोनों के विवाहित जीवन की पहली और सबसे ख़ास रात होती है जिसके सपने लड़का लड़की दोनों बरसों से देख रहे होते हैं! दोनों अपनी इर रात को यादगार बनाना चाहते हैं, इसके लिए उन्होंने पूरी तैयारी भी की होती है, लड़की के मन में पहले सेक्स का डर समाया होता है तो रोमांच भी होता है, वहीं लड़का भी रोमांचित होने के साथ-साथ कुछ डरा हुआ होता है कि उससे सब कुछ ठीक ठाक हो भी पाएगा या नहीं!

मेरे दोस्त मेरे पास बैठे गप्पे मार रहे थे पर मेरा मन सलमा के बारे में ही सोच रहा था मुझे खोया-खोया देख दोस्त बोलो ये भाई तो दुल्हन के खयालो में अभी से खो गया है अब इसे और मत तडपायो और अपनी नयी दुल्हन के पास जाने दो फिर दोस्त एक-एक का चले गए थोड़ी देर बाद लगभग 11 बजे और मेरी शरीके हयात रुखसाना और मेरी बहन आरसी मेरे पास आयी तो मैंने पुछा ज़ीनत आपा कहाँ है तो आरसी बोली आपा को सलमान के कमरे में छोड़ कर आये हैं और सलमा आपका आपके कमरे में इंतज़ार कर रही हैं फिर वह मुझे पकड़ कर मेरे फूलों से सजे कमरे में हमारी सुहागरात के लिए आयी मैंने देखा वहाँ सुहाग से सेज पर गहनों और फूलों से सजी धजी सलमा सिकुड़ और शर्मा सुहागरात की सेज पर छुईमुई-सी सजी बैठीl अपने सपनों के राजकुमार का इंतजार कर रही थी।

वो आए और मेरे पास आकर मुझसे ज़माने भर की बात करने लगे। फिर आरसी मुझे छेड़ने लगी है भाई आराम से करना हमारी भाभी बहुत नाजुक हैंl आँख मारते हुए रुखसाना मेरे कान में बोली मेरी बहन सलमा को मेरी तरह बेदर्दी से मत चोदना ये बहुत नाज़ुक और कमसिन हैl फिर दोनों दरवाजा बंद कर बहार चली गयीl मैंने दरवाजा अंदर से बंद किया।

ओए होएl क्या बताऊँl सलमा जो की 21 साल की बला की ख़ूबसूरत हैl निकाह के समय उसे देख मेरा लंड बेकाबू हो गयाl सलमा का भी रंग दूध से भी गोरा, इतना गोरा के छूने से मैली हो जाए l बड़ी-बड़ी काली मदमस्त आँखे गुलाबी होंठ हलके भूरे रंग के लम्बे बाल, बड़े-बड़े गोल गोल बूब्सl नरम चूतड़, पतली कमर, सपाट पेट, पतला छरहरा बदन और फिगर 34 24 36 थाl कद 5 फुट 5 इंच था दिखने में एकदम माधुरी जैसी है और आवाज़ मीठी कोयल जैसी सुहाग की सेज सजी धजी गहनों और फूलों से लड़ी पर बैठी सलमा किसी अप्सरा से कम नहीं लग रही थी। सलमा ने गुलाबी रंग का लेहंगा और ब्लाउज पहना हुआ था और ऊपर लम्बी-सी ओढ़नी का घूँघट किया हुआ था lइस रूप में अगर कोई 70 साल का बूढ़ा भी उसे देख लेताl तो उसका भी लंड खड़ा हो जाता। मेरा 10 इंची हथियार शिकार के लिए तैयार होने लगाl मैं थोड़ा-सा आगे होकर बैठ गया और उसका हाथ पर अपना हाथ रख दिया l या खुदा! उसका नरम मुलायम मखमल जैसा गर्म हाथ पकड़ते ही मेरा लंड फुफकारे मारने लगा और सनसनाता हुआ पूरा 8 इंची बड़ा हो गयाl

वह फिर पूनम की चांदनी रात थी और कमरा चांदनी से नहाया हुआ थाl सलमा का रंग गुलाबी कपड़ो के कारन गुलाबी लगने लगा थाl उसकी चमड़ी इतनी नरम मुलायम नाजुक और पारर्दर्शी थी के उसकी फूली हुई नसे साफ़ नज़र आ यही थी मैंने एक गुलाब उठा कर उसके हाथो को छू दिया और वह कांप कर सिमटने लगी मैंने कहा की मैं आप से बहुत प्यार करता हूँ और आप को पाना चाहता थाl lफिर मैंने अपनी जेब से निकाल कर एक नौलखा हार उनको अपनी शादीशुदा जिंदगी के पहले नज़राने के तौर पर दियाl वह बोली आप ही पहना दीजिये और उसके गहने खड़कने लगेl

मैंने उसे हार पहनाया फिर धीरे से उसका घूंघट उठा दिया दूध जैसी गोरी चिट्टी लाल गुलाबी होंठ! नाक पर बड़ी नथ, मांग में टिका बालो में गजरा उसका चेहरा नीचे को झुका हुआ था, ढेर सारे गहनों ले लदी और फूलों से लदी अप्सरा लग रही थी इतनी सुन्दर दुल्हन देख मेरे मुँह से निकला वाह! तुम तो बला की क़यामत हो मेरी जान l मैंने धीरे से उसके चेहरे को ऊपर किया सलमा की आँखे बंद थी l उसने आँखे खोली और हलकी से मुस्करायीl

फिर बड़े प्यार से पूछा, "क्या मैं तुम्हे किस कर सकता हूँ?"

मैंने उसका ओंठो पर एक नरम-सा चुम्बन ले लिया और सलमा के चेहरे को अपने हाथों में लेकर गाल पर किस किया और सलमा को बताया कि इस दिन का मैं जबसे सलमा जवान हुई थी तबसे इंतज़ार कर रहा था l-l ये उसका पहला चुम्बन था वह फिर शर्मा कर सिमट कर मुझ से लिपट गयीl मैंने सलमा को अपने गले लगाया और पीठ पर हाथ फिरा कर पुछा उसकी पीठ बहुत नरम मुलायम और चिकनी थी उसने बैकलेस चोली पहनी हुई थी जो सिर्फ दो डोरियों से बंधी हुई थी और ब्रा नहीं पहनी हुई थी फिर मेरे फिसल हाथ सलमा की कमर तक पहुँच गए थेl

क्या चिकनी नरम और नाजुक कमर थी फिर मैंने उसका दुपट्टा सीने से हटा दिया और उसे घूरने लगा मेरे इस तरह घूरने से सलमा को शर्म आने लगी और वह पलट गयी और अपनी पीठ मेरी तरफ कर दी। मैं आगे बढ़ गया उसे अपनी लोहे जैसी बांहो में कस कर जकड़ लिया, मैंने अपना मुँह सलमा की गर्दन पर किया और उस पर किस करने लगा। उसके शरीर से पसीने और लेडीज परफ्यूम की महक आ रही थी जो मुझे मदहोश कर रही थी! मैंने सलमा के गले पर किस करते हुए अपना मुँह सलमा के कान के पास किया और मेरे कान में कहा-आय लव यू जान! तू बहुत अच्छी लग रही है! आज मैं तेरी सील तोड़ दूँगा!

सलमा ने कहा-"हम्म्म्म ll" फिर मैंने सलमा के होंठों पर अपने होंठों रख दिए होंठ चसते हुए मैंने अपना एक हाथ उसकी कमर में डाल दिया। उसकी कमर पर हाथ फेरा तो उसके पूरे जिश्म में कंपन होने लगी।

मेरी ऐसी बातों से सलमा पागल हो गयी, उसकी गर्म बांहों में मेरा शरीर जल रहा था!

मैंने सलमा को अपनी तरफ किया और अपने होंठों को सलमा के होंठ पर रख दिए और उन्हें चूसने लगा। मैं बहुत जोश में था और सलमा के होंठों पर ही टूट पड़ा। फिर मैंने सलमा को अपनी गोद में खींच लिया और उसकी चूचियों को ब्लाउज के ऊपर से ही दबाने लगा। सलमा में अपनी आँख बंद कर ली। मैंने उसके बलाउज के बटन खोल दिए। उसकी रेड ब्रा को मैंने बिना हक खोले ऊपर कर दिया। अब सलमा के दोनों कबूतर मेरे सामने नंगे थे। मैंने उसकी एक चूची को मुँह में ले लिया और दूसरी को हाथ से सहलाने लगा।

सलमा की धड़कन तेज हो गई थी। मैंने अब उसकी दूसरी चूची को मुँह में ले लिया और उसकी पहली चूची को जोर से दबाया। सलमा ने एक सिसकी-सी ली। अबकी बार मैंने थोड़ा-सा और जोर से दबाया। अब उसकी सिसकी में दर्द पैदा हो गया। अब मैंने सलमा को पलंग से उतार कर नीचे खड़ा होने को कहा। वह नीचे आकर खड़ी हो गई। मैंने उसके ब्लाउज को उसके जिस्म से अलग कर दिया। फिर मैंने उसकी साड़ी को खोल दिया। अब त मेरे सामने सिर्फ सफेद पेटीकोट में खड़ी थी।

मैंने उसको कहा-"अपने दोनों हाथ अपने सिर के पीछे रख लोl"

सलमा में चुपचाप रख लिए। मैंने अब उसके पेटीकोट को ऊपर उठा दिया और उसके पेटीकोट के नाड़े में उसका पेंटीकोट मोड़कर फैंसा दिया। फिर मैंने सलमा की पैटी के ऊपर से उसकी चूत को हल्का-सा सहलाया। उसकी टांगों की कंपन में साफ देख रहा था। मैंने उसकी दोनों जांघों को अपने हाथ से पकड़कर घुमा दिया। अब अत की गाण्ड मेरे सामने थी। उसकी लाल रंग की कच्छी में उसके गोरे-गोरे चूतड़ बड़े प्यारे लग रहे थे। फिर मैंने उसकी कच्छी के इलास्टिक में उंगली डालकर कच्छी को आधा नीचे किया। उसके चूतड़ों की दरार में मैंने अपनी उंगली फिरानी शुरू कर दी। चिकने चूतड़ों में उंगली फिसली जा रही थी।

जारी रहेगी

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