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सातवा अध्याय
लंदन का प्यार का मंदिर
भाग 1
काफिला
हमारे काफ़िला अब फिर से मंदिर की तरफ चलने को त्यार था।
श्यामला सान ने आगे कदम बढ़ाया और बिना कोई शब्द बोले हम हॉल से बाहर निकल गए। उसके बाद आवास ब्लॉक के पास खुले गलियारे से गुजरते हुए, तेज धुप ने हमे क्षण भर के लिए लगभग अंधा कर दिया, लेकिन हम जल्द ही खुले से एक बार फिर अंदर आ गए। कुछ समय के लिए ढके गलियारों की एक शृंखला के नीचे तेजी से आगे बढ़े, प्रत्येक गलियारे को चित्रो और मूर्तियों और कलाकृतियो से सजाया गया था जिसमें महान साम्राज्य की कहानियों को दर्शाया गया था। अगर समय होता तो मैं इस नए परिवेश को देखने के लिए और समय लेता, लेकिन लड़कियों ने तेज गति से चलना जारी रखा।
और मुझे यकीन था कि क्लब के सदस्य वर्षों तक इस एन्क्लेव के कक्षों में ऐसे विशेष अवसरों पर देर रात में सोने और आराम करने के लिए इस्तेमाल करते होंगे । धूप की सुगंध को छोड़कर, क्लब शांत हो गया। मैंने रात के समूह सैक्स में सम्मलित कुछ लड़कियों और अन्य प्रतिभागियों को सुबह-सुबह हॉल से जल्दी से निकलते हुए देखा और वे पसीने से तर और उनके वस्त्र अस्त-व्यस्त दिख रहे थे।
तभी सान बोली पुजारिन का कहना है कि वह आपकी बहादुरी, दिमाग की उपस्थिति और त्वरित सोच और बिजली की गति से कार्यवाही के कारण ही बच गई थी अन्यथा अनिष्ट हो सकता था । वह दोनों अपनी यादाश्त खो सकती थी, या घायल या फिर यहाँ तक अपना जीवन भी खो सकती थी..." आप नईशित तौर पर विशेष विद्युत् शक्ति के स्वामी हैं । हालांकि जब सान ये बोल रही थी तो मैंने सोचा कि मैंने लगभग 5 साल पहले जब उस दिन उस अनुचर की और पुजारिन की आँखों में देखा था, तो उसकी आँखों में एकअजीब-सा खालीपन था ।
"विशेष विद्युत शक्ति?" मैं हैरान था। "
"और विशेष शक्तियों के लिए, ठीक है, मैं बहुत भाग्यशाली था कि मैं भी नहीं मरा और मुझे भी कोई बिजली का झटका नहीं लगा मुझे नहीं पता कि क्या आप इसे एक शक्ति कह सकते हैं।"
"ठीक है," एलेन ने जवाब दिया और जारी रखा, "पुजारिन ऐसा बहुत कुछ देखती है जो हम नहीं कर सकते।"
सान सोच-समझकर बोली। "हमे भूलना नहीं चाहिए इसमें भाग्य आवश्य शामिल है । क्या आपको लगता है कि इस तरह के प्रभाव से उस बिजली ले खंबे को विभाजित करने के लिए किसी और ने लकड़ी की कुल्हाड़ी उठाई होती? मास्टर आप भूले नहीं भाग्य कर्म से ही बनता है । आपको संचित कर्म ही भाग्य बन सामने आते हैं" उसने मुझे विचार करने के लिए विष्ट दे दिया था। "सब सोच ही रहे थे की क्या किया ज्जाए इस बीच आपने साहस किया और एक ही समय में अनुचर को भी करंट लगने से बचाया और दृढ़ता से खड़े होकर उस खम्बे को काट कर बिकली के प्राव्ह को काट दिया और ये सब इतनी तेजी किया की किसी को कोई नुक्सान भी नहीं हुआ?"
मैंने इस बारे में सोचा। पुजारन को करंट लगने के बाद सभी को डर से पीछे हट गए थे। मैंने जो कार्यवाही उस समय की वही एकमात्र विकल्प की तरह लग रही थी अन्यथा पुजारन और उसकी अनुचर तथा उनके सपास के और अधिक लोग मारे गए होंते या उन्हें भी बिजली का झटका लगता ये सब एक बिजली की गति से प्रतिवति कार्यवाही (रिफ्लेक्स एक्शन) की तरह ही हुआ था।
"शायद ये मेरा रिलेक्स एक्शन था!"
अलीना का मीठा चेहरा भी गंभीर हो गया और वह बोलने लगी। "रिफ्लेक्स एक्शन एक जन्मजात गुण है और विज्ञान के अनुसार ये आमतौर पर तभ होता है जब आपके स्वयं पर कोई संकट आता है लेकिन किसी अनजान की जाएँ इस फुर्ती से बचाना रिफ्लेक्स एक्शन से अलग ही है और कुछ शक्तिया इतनी दुर्लभ होती है कि पीढ़ियाँ गुजरने के बाद किसी विशेष व्यक्ति में ही दिखाई देती हैं और आपने उस दिन ऐसी ही दुर्लभ बिजली की फुर्ती दिखाई थी। हम नहीं जानते कि यह कैसे अस्तित्व में आती है, लेकिन सदियों का अध्ययन करने से, पैटर्न सामने आते हैं जिनमे कोई विरला ही ऐसी अद्भुत शक्तियो का प्रदर्शन करता है। हम, मंदिर के शिष्यों, अनुचरों और पुरोहितों ने अपना जीवन सेवा के लिए समर्पित किया है, बाहरी दुनिया की उलझनों को छोड़कर, जब भी ऐसा व्यक्ति सामने आये तो ऐसे व्यक्ति की सेवा करना हमारे लिए सबसे बड़ा सौभाग्य होता है। हमारी मदद के बिना, शक्ति विषाक्त, यहाँ तक कि खतरनाक भी हो सकती है।"
मुझे ऐसा लगा मैं और मेरे जैसे और कई अन्य लोगों ने अगर इस विषय पर लंबे समय से विचार किया या सोचा था तो उन्हें उसका एक तार्किक उत्तर दिया गया था। प्यार के मंदिर और अभयारण्य की शिष्याएँ, छात्राये, अनुचर और पुजारन सभी किसी पवित्र व्यक्ति के आने की प्रतीक्षा कर रहे थे। मुझे लगता है कि ऐसा करना इन लोगों के लिए असामान्य नहीं था।
"लेकिन क्या होगा अगर हम ऐसे समय में रह रहे हैं जहाँ ये शक्ति प्रगट नहीं हुई या नहीं होने वाली है या मौजूद नहीं है?" मैंने पूछ लिया। "क्या प्रेम के मंदिर के गर्भगृह में जीवन बस इंतजार कर रहा है और कुछ ऐसा होने की उम्मीद कर रहा है जो नहीं हो सकता है?"
एलेना शांति से मुस्कुराई। "भले ही यह शक्ति हमारे जीवनकाल में प्रगट ना भी हो, परन्तु ये शक्तिया सदैव रहती है और हमारे साथ रहती हैं और अप्रत्यक्ष रूप से हमारी रक्षा करती है, फिर परम्पराओ और अनुष्ठानों को संरक्षित करने का अभ्यास अपने आप में अत्यंत आध्यात्मिक रूप से बहुत बड़ा पुरूस्कार है।" एलेन और सान ने एक जानकार नज़र साझा की, "और हमें दिए गए उद्देश्य के लिए हम आभारी हैं।"
सान ने कहा। "हम जानते हैं हम पौरोहित्य के संस्कारों को बनाए रखने के लिए हमारी भक्ति को पूर्णतया समर्पित हैं और एक दिन अंततः इस शक्ति का उपयोग इस तरह से किया जाएगा जिससे सभी को लाभ होगा और इसके अलावा, जानकार और सिद्ध पुजारिणो का मानना है कि हम ज्यादा लम्बा इंतजार नहीं करना होगा।"
मैं पीछे से अपने आगे चल रही दो लड़कियों के हिलते हुए नितम्बो को नए नजरिए से देखा। वह इतने दृढ़ विश्वास के साथ बोली थी, सबका भला? उसका क्या मतलब है। सच कहूँ तो मुझे पता था कि न तो मेरे पास और न ही लड़कियों के पास इसका कोई जवाब था, इसलिए इस पर और अधिक ध्यान देने का कोई मतलब नहीं था, लेकिन अब मुझे ये चिंता थी कि अगर मैं वह नहीं हुआ जो उन्होंने सोचा था कि मैं हूँ तो...? "और आप मानती हैं कि मैं वह हो सकता हूँ जिसके पास यह विशेष शक्ति है?"
"यह हमारे निर्णय क्षेत्र से बाहर है और हम ये कहने की स्थिति में नहीं है, लेकिन शायद यही कारण है कि पुजारिन आपसे मिलना चाहती हैं।"
कुछ क्षण पहले मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे पास कोई विशेष शक्ति हो सकती है, लेकिन मुझे हमेशा लगता था कि मैं धन्य हूँ और अब मुझे आशा थी की मेरे पास वह शक्ति है क्योंकि मैंने जो किया था उसे उस भीड़ में से कोई नहीं कर पाया था लेकिन मुझे किसी महान योद्धा का दिखावा करने के बाद बेनकाब होने की भी कोई इच्छा नहीं थी।
मानो मेरी बेचैनी को भांपते हुए, अलीना मेरे पास आई और मेरे हाथ को अपने से इस तरह लगा लिया, ताकि मेरा हाथ उसकी जाँघों के बीच में रहे। "चिंता मत करो, मास्टर। कोई फर्क नहीं पड़ता कि पुजारन क्या फैसला करती है, आप अभी भी एक नायक हैं और हम आपको आपकी वीरता के लिए उस पुरूस्कार से पुरस्कृत करने की उम्मीद कर रहे हैं जिसके आप हकदार हैं।" वह मुस्कराई। "मुझे यकीन है कि आप इस प्रेम के अभयारण्य में अपनी यात्रा का भरपूर आनंद लेंगे।" फिर उसने मेरी गर्दन पर किस किया और मेरे कंधे से लिपट गई। सान मेरी दूसरी तरफ आ गयी और मेरा दूसरा हाथ पकड़कर अपने होठों पर ले आयी और मेरी उंगलियों को धीरे से चूमने लगी। "हम आपकी सेवा में हैं," वह दोनों फुसफुसायी। उसने फिर अपने कंधे पर मेरा सिर रख लिया।
एलेना मेरी तरफ झुक गई, मेरी बांह पकड़कर, मेरा हाथ पहले अपने गले पर रखा और फिर स्तनो पर ले गयी और उन्हें स्तनों पर दबाया और फिर उसके नंगे पेट पर टिका दिया। मैंने उसकी त्वचा के मखमली स्पर्श के आनंद को महसूस किया और उसने तभी एक गर्म आह भरी।
तभी फूलो की महक लिए ताज़ी हवा आयी और साथ ही छोटी-सी नदी की धारा के बहने की आवाज सुनी जा सकती थी। मेरे पास अभी भी प्रश्न थे लेकिन यह जानकर मुझे सुरक्षित महसूस किया कि अंततः मुझे उनका उत्तर दिया जाएगा। लड़कियाँ इस समय मेरी इन छोटी-छोटी बातों से विचलित लग रही थीं। मैंने अपने शरीर के खिलाफ सुंदर महिलाओं की अनुभूति, उनकी सुगंध भरी निकटता, नग्नता, सुगंधित बालों की गंध को महसूस किया। उसे उम्मीद थी कि ऐलेना को मेरे क्रॉच से चिपके हुए अपने शरीर के साथ मेरे सख्त इरेक्शन के बारे में नहीं पता चलेगा। मैं उस समय बेहद संतुष्ट था, लेकिन मुझे आश्चर्य हुआ कि क्या हीरो के इनाम का मतलब सिर्फ कडलिंग, आलिंगन है या फिर इससे ज्यादा कुछ है।
"मंदिर और अभयारण्य।" एलेना ने ऊँचे पेड़ो में छिपा हुआ सूरज की रोशनी के चमकते हुए एक विशाल सुनहरे टावर की तरफ ईशारा किया। अब इसमें कोई संदेह नहीं था कि हम जल्द ही वहाँ होंगे।
ये प्रेम मंदिर-मंदिर और अभयारण्य किसी पुरानी विक्टोरियन ईमारत जो की क्लब के नजदीक पेड़ो में छिपे हुए भवन में स्थित था और चारो तरफ काफी बड़ा पेड़ो का झुरमुट था और इसकी एक बड़ी, मोटी पत्थर की नींव थी। अधिकांश ईमारत पुरानी दिख रही थी और काफी ऊँची लग रही थी जिससे लगता था कि इसमें बड़ा तहखाना है और इसे एक भारी, जड़े हुए, लकड़ी के गेट के दरवाजे के पीछे छुपा कर बनाया गया था। इस मंदिर में केवल आमंत्रित विशेष अतिथियों को ही प्रवेश की आज्ञा थी ।
हमारा काफिला धीमा हो रहा था, मुझे भी छे लड़किये ने ऐसे घेरा हुआ था कि मैं बाहर से किसी को आसानी से नहीं दिख रहा हूँगा । संगीत और ढोल-नगाड़ों की आवाज नजदीक आ रही थी। हम रुक गए और क्लब के अध्यक्ष श्री वारेन वहाँ उपस्थित थे। उन्हों ने आगे बढ़ कर फूल बरसा कर एक बार फिर मेरा स्वागत किया ।
गेट के बाहर, एक आलीशान बैंगनी कालीन उस शानदार इमारत की सीढ़ियों तक के लंबे संगमरमर के रास्ते के केंद्र में बिछाया गया था । ये सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित यह सफेद पत्थर का एक भव्य मंदिर था जिसमें रंगीन कांच जड़े हुए थे ओर सूर्य की सुनहरी रौशनी में मंदिर सुनहरा दिख रहा था। आधार और दीवारों के चारों ओर कई फव्वारे और फूल वाले पेड़ और झाड़ियाँ थीं। फूली की पंखुड़ियाँ बरसाई गयी और फूल की पंखुड़ियाँ हवा में बहने लगीं। कालीन वाले रास्ते के दोनों किनारों पर, मंदिर की आड़ में महिलाओं के समूह व्यवस्थित रूप में खड़े थे। मिस्टर वारेन के अलावा कोई अन्य जाना-पहचाना चेहरा नहीं था बल्कि वे सब मेरी तरफ देख रहे थे।
पहले लड़किया पीछे हुई फिर एलेना और सान आगे बढ़ गयी और मेरे उनके पीछे चलने की प्रतीक्षा करने लगे। जैसे ही वे दोनों कालीन के पास पहुँची वे एक-दूसरे से अलग हो गयी और उन्होंने कालीन से नीचे धरती पर कदम रखा, मैं कालीन पर आ गया और फिर फूलो की वर्षा होने लगी। एलेना मेरे कान में फुसफुसायी, "वेलकम टू द टेम्पल ऑफ लव," और उसने पहले मुझे गले से लगा लिया फिर सान भी मुझसे गले मिली और उन दोनों लड़कियों ने मेरे साथ हाथ मिलाया और साथ में हम मंदिर की ओर चल पड़े, पैदल चलने वाली लड़कियों को टोली जो मेरे साथ आयी थी वह अब हमारे पीछे आ रही थी।
जारी रहेगी