अंतरंग हमसफ़र भाग 171

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जुड़वाँ बहनो के साथ मालिश और सम्भोग​
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Part 171 of the 343 part series

Updated 04/29/2024
Created 09/13/2020
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मेरे अंतरंग हमसफ़र

सातवा अध्याय

लंदन का प्यार का मंदिर

भाग 39

जुड़वाँ बहनो के साथ मालिश और सम्भोग​

समीना स्खलित हुई तो भी मेरा लंड खड़ा था । कुछ ढीला हुआ था लेकिन अभी भी मैं उत्तेजित था । ये शयद उन दवाओं का असर था जो मुझे दी गयी थी और उस खाने में मौजूद तत्वों का असर था की मेरी कामुक उत्तेजना कम नहीं हुई थी । हाँ इसमें मेरे चारो और उपस्थित सुंदर लड़ियो का भी पूरा योगदान था जिन्हे एक झलक देखने भर किसी में भी कामुक भावनाओ का संचार हो सकता है और याहं तो सुंदरियों का मेला था

अलीना और कसान ने मुझे आगे की मालिश के लिए लेटने को कहा। और वह दोनों भी मेरे साथ ही लेट गयी । वे मेरे पैरों और पेट पर अच्छी तरह से फिसल रही थी उनके बदन से हल्के मालिश तेल टपक रहे थे। फिर उनकी चिकनी नंगी चूतें मेरी जाँघों पर सवार हो गईं और उनके स्तन मेरे लंड के सिरे तक और मेरी छाती के आर-पार हो गए। मेरा लंड एक बार फिर कठोर हो गया, मेरे पेट पर एक लट्ठे की तरह पड़ा हुआ, लंबी और धड़कन वाली नसों के साथ मोटा लंड कठोर हो खड़ा हो गया।

मैं बेड पर चित लेटा हुआ था और दोनों ने मेरे लंड की टोपी पर अपने नरम उंगलिया फिरा रही थी। फिर अलीना ने लंड को छोड़ा और मुझे किस किया। मेरे लेटे हुए होने और अलीना के उस प्यार के कारण मेरा लंड किसी सांप की तरहा खड़ा झूमने लगा था।

फिर से उसने फूले हुए, खून से भरे फड़कते तने लंड को पकड़ कर नीचे की तरफ झुकी और पोजीशन बनाकर ऐसे झुकी की लंड उसके मुहँ के सामने आ गया। जब लंड की टोपी अलीना के मुहँ से बस एक इंच दूर रहा गयी तो अलीना ने थोड़े से ओठ खोले और एक हल्की-सी फूंक लंड की टोपी पर मारी और उसकी फूक के साथ उसका कुछ थूक लंड पर गिरा पर लंड इतना गर्म था कि लंड पर से भाप उठने लगी और जिसे देख अलीना की आँखे चौड़ी हो गयी उसकी उंगलियों ने हलके-हलके फिर से लंड को रगड़ना शुरू कर दिया था।

फिर कसान मेरा पास इस तरह बैठ गयी की अब मेरे हाथ उनके बूब्स पर जा रहे थे । कसान ने मेरे हाथ अपने बूब्स पर रखे और थोड़े से दबाये और मुझे उनसे खेलने का इशारा किया और मैंने दबाये तो वह बोली मुझे करने दो। मैं कर रही हूँ, तुम्हे मजा आ रहा है बस मजे लेते रहो।

अलीना ने मेरा लंड अपने स्तनों के बीच में रखा और उसे स्तनों के बीच मालिश करने लगी और फिर अनुग्रह के साथ, अलीना ने लंड को पकड़ा और घुमाया और फिसलन भरी लंबाई के धीरे-धीरे ऊपर और नीचे सवार हो गयी, उसके चमकीले योनि के होंठ मेरे लंड के नीचे की तरफ सहला रहे थे। अपने सिर को पीछे उछालते हुए, उसने उसे वापस एक कमान में फेंक दिया, उसके श्रोणि को झुका दिया और मेरे लंड का सिर उसके कुंवारी तंग योनि के होंठों के बीच फिसल गया।

में भी एक हाथ से अलीना के स्तन निचोड़ने लगा और उनके नीपल्लो को खींचने और मरोड़ रहा था और फिर हवस की आग ऐसी भड़की की अपने ओंठ कसान से चुसवाते हुए मेरा 90 डिग्री पर खड़ा लंड अलीना ने अपनी चूत का मुंह सुपारे पर रख एक ही धक्के में पूरा लंड घप्प से अंदर ले लिया और अब मेरा एक हाथ अलीना के बूब्स पर था और दूसरा कसान के बूब्स पर था और उसे किस कर रहा था और अलीना वह मेरे लंड पर सवार हो कर मुझे चोद रही थी।

मुझे महसूस हुआ कि मेरे लिंग को अलीना ने अपनी योनी रस ने भिगो दिया था, जिसकी वजह से लिंग आसानी से अन्दर चल गया था-था और अगली बार के जब अलीना थोड़ा नीचे हुई तो माने भी ढाका ऊपर को लगाया और धक्के में मैंने थोडा दवाब बड़ा दिया। मेरी साँसे जल्दी-जल्दी आ रही थीं। अलीना ने अपने नितम्बो को नीचे कि ओर दबा दियाऔर लंड अंदर जा कर अन्दर अवरोध से टकराया।

मैंने अपना लण्ड थोड़ा-सा पीछे किया और अब मैंने कस के शाट मारा तो कसान ने अपने हाथो से अलीना के कंधो को दबा दिया और मेरा पूरा लण्ड अब अलीना की कौमार्य की झिल्ली को फाड़ कर चूत में घुस गया था। अलीना जोर से चिलायी और उसकी आवाज में दर्द था और वह रोने लगी। मैंने पूरी ताकत के एक धका लगा दिया। "अलीना की टांगो फ़ैल गयी और नीचे को आगयी ओह डेल्फी । ओह कसान दीदी मैं मर गयी" अलीना के मुह से निकला। अलीना के स्तन ऊपर की ओर उठ गए और शरीर एंठन में आ गया। जैसे ही मेरा 10 इंची गर्म, आकार में बड़ा लिंग पूरी तरह से गीली हो चुकी योनी में घुस गया। अन्दर और अन्दर वह चलता गया, चूत के लिप्स को खुला रखते हुए क्लिटोरिस को छूता हुआ वह पूरा 10 इंच अन्दर तक चला गया था। अलीना की योनी मेरे लिंग के सम्पूर्ण स्पर्श को पाकर व्याकुलता से पगला गयी थी। उधर मेरे हिप्स भी कड़े होकर ऊपर को दवाब दे रहे थे और अलीना के बदन का बदाब नीचे को था और लिंग अन्दर जा चूका था। अलीना भी दर्द के मारे चिलाने लगी जो मंदिर में गूँज उठी थी आहहहहह! मास्टर आएीी प्लीज बहुत दर्द हो रहा है मैं दर्द से मर जाऊँगीl प्लीज! निकालो इसे और अलीना की से आँखों से आंसू की धरा बाह निकली उन आंसूओं को कसान पि गयी। मैं बोला मेरी रानी बस हो गया अब आगे मजा ही मजा है।

अब मेरे पास वास्तव में उसके भीतर के तंग गीलेपन की सराहना करने का समय था, मेरे लंड ने उसकी कौमार्य की झिल्ली को तोड़ दिया और उसके गर्भाशय ग्रीवा को चूम रहा था ।

वो बोली प्लीज निकालो एक बार फिर घुसा लेना । मैंने कहा आप मेरे ऊपर हो आप थोड़ा ऊपर हो जाओ और निकाल लो । वह थोड़ा हिम्मत कर ऊपर हुई तो उसके और मेरे मुँह से ऐक सिसकारी निकली और मैं ने खुद नीचे से अपने चूतड़ को नीचे उछाला अलीना ऊपर हुई और फिर लंड टोपी तक चूत से निकाला और फिर और मैंने मेरा पूरा लंड अलीना की चूत में दे मारा, ऐक झटके से उसने वापिस चूत में पूरा लंड ले दिया, अब अलीना के मुँह से भी सिसकारी निकली।

मुझे बोहत मज़ा आरहा था और अलीना सिसकने लगी, आआआअहह-आआआअहह उूउउफफफफफफफफफफफफ्फ़! और मैं और कसान उसे किस करने लगे । उसका दर्द कुछ देर में कम हुआ तो वह उछलने लगी, फिर मैं भी खूब ज़ोर-ज़ोर से झटके मारने लगाआअहह! ऊऊऊीीईईईईईईईईईईईई! मुझे बोहत माज़ा आरहा है मेरी जान। मैं उसके बूब्स दबा रहा था उउउउउउउउउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्! फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ।

मेरा लंड इस समय लोहे की सलाख जैसा सख्त और गर्म था और अलीना उस पर-पर बैठी हुई थी। मैंने जोर लगाया तो एलिना चिल्ला पड़ी। मैंने उसे खिलौने की तरह उठाया और एक और झटका दिया।

अलीना बोली प्लीज आराम से करो नहीं तो मैं मर जाऊँगी, इतना अधिक दर्द मुझे कभी नहीं हुआ था, अलीना बेहोश-सी होने लगी। अलीना का हुस्न गोरा रंग खूबसूरती मेरे जोश को बढ़ा रही थी l

फिर मैं बोला-अलीना अगर तुम्हे मेरे ढ़ाके तेज लग रहे हैं तो तुम खुद अपनी चूत को ऊपर-नीचे करोl

अलीना कराहती हुई अपनी चूत को ऊपर-नीचे करने लगी, बीस-पच्चीस बार ऊपर-नीचे करने के बाद मुझे अच्छा लगने लगा। मैं अलीना को ही देख रहा था और साथ-साथ उसके बूब्स दबा रहा था और उससे बोला-जब दर्द ख़त्म हो जाए तो बताना।

अलीना बोली-अब दर्द हल्का हो गया है।

बस यह सुनते ही मैंने अलीना की कमर पकड़ कर उसे थोड़ा ऊपर उठाया और नीचे से जोर-जोर से धक्के लगाने लगा।

सलमा के बड़े-बड़े कोमल मम्मे किसी फुटबॉल की तरह उछल रहे थे और उसकी वह दो बार स्खलित हुई जिससे उसकी चूत और मेरा लंड सब गीले हो गए थे।

फिर वह जब तीसरी बार जड़ी तो नीचे को गिर गयी और मेरा लंड बाहर निकल गया और वह वापस मेरे पैरों की ओर खिसक गयी। अलीना मेरे बगल में चटाई पर लेट गई और मेरे सीने पर हाथ रख दिया। उसकी बहन की तरह ही उसकी भी हलकी नीली आँखें थीं।

अब मैंने कसान को अपने अपर खींच लिया और अब उसकी कसी हुई, चिकना, तैलीय पीठ मेरे लंड को सहला रही थी और जब उसके नरम नितम्बो का स्पर्श और एहसास हुआ तब मुझे एहसास हुआ कि मेरा लंड का सूपड़ा उसकी छूट को चूम रहा है। वह मेरे सीने के बल लेटने के लिए पलट गई। एक हाथ से मैंने कसन को अपने गले लगाया।

अब मैं लेट गया और बोला-अपनी चूचियों से मेरे चेहरे पर मसाज करो l कसान ने अपनी चूचियाँ पकड़ कर मेरे क्लीन शेव चेहरे पर रगड़ना शुरू कर दिया। मेरा लण्ड ठीक उसकी चूत के नीचे था, तभी मैंने कसान की कमर पकड़ कर एक धक्का माराl वह उछल पड़ीl तब तक मगर मेरा टोपा उसकी चूत में फंस चुका था।

दूसरे हाथ से मैंने अलीना का चेहरा अपनी ओर खींचा। मैंने जोर दिया। मेरा मोटा लोहे जैसा-सख्त मुर्गा कसान में एक इंच अंदर चला गया जिसने उसे दर्द दिया और वह बेदम खुशी में चीख पड़ी। इधर अलीना ने अपनी आँखें बंद कर लीं और अपना मुँह खोल दिया और अपनी जीभ को मेरे ओंठो में घुसा दिया।

कसान बोली आप कुछ मत करना । मैं करुँगी आप बहुत जोर से करते हो और फिर बहुत दर्द होता है ।

मैंने कहा बोलो कैसे करवाना है । तो कसान बोली मैं ऊपर से करूंगी मैंने कहा और अगर आप हिले तो मैं उसके बाद आपसे नहीं करवाउंगी ।

मैंने कहा ठीक है-तुम मेरे ऊपर आ जाओ और मेरे लण्ड पर अपनी चूत रखकर बैठ जाओl" अलीना फट से मेरे ऊपर आ गई। उसने अपने नाजुक हाथ से मेरा लौड़ा पकड़ा और अपनी चूत के मुंह पर लगा दियाl

और हल्का-सा दबाया। अलीना ने सलमा ने हल्के-हल्के नीचे होना शुरू कर दिया। लेकिन नयी कुंवारी चूत थी टाइट थी और सील बंद थी । शायद सील भी थोड़ी कड़ी थी और कसान दर्द से डर के मारे बहुत मिलीमीटर करती हुई नीचे हो रही थी इससे उलटे दर्द ज्यादा हो रहा था ।

तो कसान बोली मास्टर आप प्लीज हिलो मत । मैं बोला मैं तो बिलकुल नहीं हिला चाहो को अलीना से पूछ लो । अलीना ने मेरा समर्थन किया ।

खैर वह थोड़ा-थोड़ा नीचे होती रही अब लंड जा कर उसकी कौमार्य की झिल्ली से टकराया । परन्तु अब मिलीमीटर-मिलीमीटर से कुछ होना नहीं था । क्योंकि इतनी लचक तो झिल्ली में होती है । परन्तु मुझे बहुत बजा आ रहा था । उसकी योनि के एक-एक नस और मांसपेशियो की कसावट का मुझे पूरा मजा आ रहा था । अब मेरे पास वास्तव में उसके भीतर के तंग गीलेपन की सराहना करने का समय था, अब मेरे लंड को उसकी कौमार्य की झिल्ली ने आगे जाने से रोक दिया था । अब उसके धीरे-धीरे आगे बढ़ने के प्रयास का कोई लाभ नहीं था और उसमे दर्द के कारण खुद इतनी हिम्मत नहीं थी को वह थोड़ा ज्यादा जोर लगा दे और मुझसे कहने में वह हिचक रही थी पर चाह रही थी को अब में उसकी सील तोड़ने में उसका साथ दू । मैंने उसके चेहरे को अपने पास खींचा और उसे किस किया । नतीजा ये हुए के वह थोड़ा ऊपर उठ गयी और अब उसकी काम वासना अपने चरम पर थी।

उसने एक दो बार प्रयास किया लेकिन लंड आगे नहीं बढ़ा बल्कि हर बार उसका दर्द ही बढ़ा ।

कसान बोली प्लीज आप भी कुछ करो लगता है झिल्ली आगे का रास्ता रोक रही है ।

मैंने उसे सताने के लिए कहा मैं नहि करूँगा नहीं तो तुम मुझे नाराज हो जाओगी. वो बोली प्लीज अब सताओ मत ।

मैं तो इसी माके की इंतजार में था। जैसी ही कसान ने अपनी चूत को मेरे लण्ड पर दबाया, मैंने नीचे से जोर का धक्का मारा।

कसान को शायद इसकी उम्मीद नहीं थी, इसलिए उसने एक जार की चौख मारी-"उईईई मर गईl" मैंने उसकी कमर को कस के पकड़ रखा था। वह उठ नहीं पाई। एक मिनट तक लण्ड पूरा उसकी चूत में घुसा रहा।

फिर मैंने उसकी गाण्ड के नीचे हाथ रखकर उसको ऊपर उठाया और कहा-" अब मेरे लौड़े पर उछल-उछलकर इसको अपनी चूत में अंदर-बाहर करती रहो l

कसान ने हल्के-हल्के ऊपर-नीचे होना शुरू कर दिया।

मैंने कसान से कहा-"अगर हर बार में पूरा लण्ड अंदर नहीं लिया तो मैं नीचे से फिर धक्का मारूंगाl"

सुनते ही कसान ने कहा-"नहीं नहीं प्लीजll आप मत करना l"

में मुश्कुरा पड़ा। मैं जानता था अब वह सही से लौड़ा लेगी । फिर मैंने अलीना से कहा-"मेरे मुँह में अपने हाथ से पकड़कर कसान की चूची चुसवाओl"

उसने मेरे मुँह में पहले कसान की फिर अपनी चूची लगा दी। मैं उन दोनों की चूची बारी बारी से चूसने लगा। अब मेरा लण्ड कसान की चूत में फिसल-फिसल के जा रहा था।कसान की चूत अब पानी छोड़ रही थी। फिर कसान की चूत संचुकन करने लगी । और मैंने धक्के लगाने जारी रखे उसकी चूत में अपना लण्ड अंदर-बाहर करने लगा। कसान को अब मजा आ रहा था। वह अब अपनी चूत उठा रही थी। ऐसा करने में उसकी चूत दो बार झड़ गई। उसने अपनी आँखों को बंद कर लिया और उसके चेहरा पर स्माइल दिखने लगी। 5 मिनट ऐसे ही चलता रहा।

मुझे तीव्र आनंद का अनुभव हुआ और मुझे अपने अंदर एक आग्रह उठ रहा था। कसन को कसकर निचोड़ने के लिए और उसे मेरी पूरी लंबाई देने के लिए, और मैं तब तक धक्के मारता रहा जब तक मेरा सह उसके अंदर विस्फोट करने वाला नहीं था। हालाँकि, मालिश के कारण मुझ में ताजगी आ गयी थी और मैं इसे जाने नहीं देना चाहता था। कुछ प्रयासों के साथ, मैंने आराम किया, धीमा किया और अपनी पकड़ को भी शिथिल किया, वो मेरी बाहें दूर होकर चटाई पर सपाट लेट गईं। अलीना के कोमल होंठ मुझे चूमने लगे मेरी गर्दन और चेहरेऔर मेरे ओंठो को वो चूमती रही ।

हमने एक शांतिपूर्ण आनंद पाया और आनंद का स्वाद चखा। समय की किसी को कोई परवाह नहीं थी ई। एक पल के लिए मैंने सोचा कि क्या यह कोई अविश्वसनीय सपना था, लेकिन भावना बहुत वास्तविक थी, मैं भी मौजूद था। मैंने लड़कियों के साथ संवेदनाओं और अंतरंगता को अपनी जागरूकता की समग्रता बनने दिया। उनकी यौन उदारता ने मुझे गर्मजोशी के साथ भर दिया था । मुझे उनके लिए बहुत स्नेह महसूस हुआ, मैंने प्यार महसूस किया। यह परमानंद था।

सूरज चट्टान के पीछे डूब गया और आकाश ने नारंगी रंग ले लिया। कासन मेरे कंधे पर अपना सिर रखकर लेट गई, मेरा लंड अब एक आसान लय में उसके अंदर सरक रहा था। आखिरकार, धीमी और गहरी उत्तेजना ने उसे कामोन्माद में ला दिया। मैं कुछ समय के लिए चरमोत्कर्ष के किनारे पर था, सुखदायक और उदात्त अनुभूति को लम्बा खींच रहा था, लेकिन जैसे ही कसान का शरीर जकड़ा और उसकी चूत मेरे लंड के चारों ओर कसी गई, मेरा शरीर कांपने लगा।

अलीना ने महसूस किया कि मैं चरम की तरफ जा रहा हूँ और कसान को आगे खींच लिया ताकि मेरा हिलता हुआ लंड मुक्त हो जाए। इससे पहले कि मैं उसे उतारता, अलीना ने मेरी लंबाई उसके मुंह में ले ली । फिर से मेरे कानों में पाईथिया के वे शब्द बज रहे थे नियंत्रण।

मैं तब तक धीरे धीरे पिस्टन लगाता रहा जब तक कि मेरा सह उसके अंदर विस्फोट करने वाला नहीं था। हालाँकि, अभी मैंने दोनों कुंवारी जुड़वा परिचारिकाओं के साथ संभोग का आनंद और आनंद महसूस किया गया था और मैं इसे जाने नहीं देना चाहता था । कुछ प्रयासों के साथ, मैंने और धीमा हुआ और मैं बिलकुल धीमा हो गया। फिर उसने मेरे लंड पर लगे अपने और कसान की रसो और कौमार्य के रक्त को अपनी जीभ से साफ किया, और फिर उसने चाटा और कसान, समीना और अपना सारा सह इकट्ठा किया और फिर साफ किया, कसान मेरी छाती पर बेसुध लेटी हुई थी । अलीना ने मुझे चूमा मेरे गाल पर चुम और अपने रासो का मुझे आस्वादन करवाया ।

फिर उसने अपने रसो में थोड़ी वाइन मिलाई और उसे हम चारो ने पिया वो तीनो बहुत खुश थी और हमने एक दुसरे से छेड़खानी की, लड़कियों ने मेरी यौन क्षमता की प्रशंसा की, जबकि मैंने उनकी सुंदरता की प्रशंसा की। वे मेरे साथ चिपक गयी और मुझे प्यार से देख रही थी, प्रत्येक ने मेरे लंड को हल्के से सहलाया और बोली अब आप समारोह के लिए त्यार हो जाओ बुलावा आता ही होगा ।

उधर शाम के मुख्य समारोह के लिए जीवा और पायथिया भी त्यार हो रही थी।

कहानी जारी रहेगी

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