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आठवा अध्याय
हवेली नवनिर्माण
भाग 25
उत्तेजक नयन सुख
चेरी को अपना चरमोत्कर्ष पास ही महसूस हुआ लेकिन फिर वह अचानक ही कांपने लगी और बिना किसी चेतावनी के, उसकी गांड बिस्तर पर ऊपर-नीचे उछल रही थी और उसकी उँगलियाँ उसकी योनी के अंदर पागल हो रही थीं और फिर वह स्खलित हुई और कुछ देर वह तेज साँसे लेती रही और फिर यह समाप्त हो गया, परमानंद की कराहती आवाजें उसके गले से निकल रही थीं और जैसे ही वह अपने परमानद भरे आन्नद के शिखर से नीचे उतर रही थी, मर रही थी। जब उसने महसूस किया कि यह पर्याप्त नहीं है, ये बिकुल पर्याप्त नहीं है, तो वह रो पड़ी।
उसका शरीर पसीने से लथपथ था, उसका हाथ उसकी योनि के जूस से लिपटा हुआ था, वह बिस्तर से उठी और सफाई के लिए बाथरूम में चली गई। बाथरूम की लाइट बंद थी और उसने वह नहीं जलाई ।
चेरी सैम के साथ बाथरूम साझा करती थी। जब उसने बाथरूम में प्रवेश किया तो उसने देखा कि उनके शयनकक्ष का दरवाजा थोड़ा खुला हुआ था, सिर्फ एक दरार थी, लेकिन वह दररर भी कमरे में देखने के लिए पर्याप्त थी।
अपने होंठ काटकर, चेरी ने दरवाजे बंद करने से परहेज किया और बिलकुल दबे पांव वसाहरूम में गयी। उसने अपने मन को हमे देखने से रोका। इसके बजाय, वह शौचालय पर बैठ गई, अपने पैर खोले और अपनी योनी के साथ फिर से खेलना शुरू कर दिया। लेकिन चेरी का मन फिर बेईमान हुआ और उसने सर उठाया कर दररर के पार झाँका तो उसने मुझे देखा। वह अपनी बड़ी बहन के साथ एक युवा लड़के को देखकर चकित रह गई। मुझे देख कर लगा मैं उसकी बहन से कम से कम 20 वर्ष छोटा हूँ । वह चकित थी शायद नहीं क्योंकि उसे मालूम था आज भी उसकी बहन के खूसूरत चेहरे और बदन पर बहुत सारे कॉलेज के लड़के मरते थे। चेरी ने मेरे पिता को कई बार देखा था और उनसे परिचित थी और उसे ज्ञात था जिस घर में वह उसकी बहन और उसकी भानजी पैनी रहते हैं उसका स्वामित्व मेरे परिवार का है और उसने मुझे अपनी बहन की ननद के सौतेले पुत्र को पहचान लिया। बड़ी अजीब बात ये थी की सैम का जरा-सा स्पर्श मेरे लंड की धमनियों में रक्त का संचार कर दे रहा था। अपनी दोनों बाँहों में उसको कमर से घेर कर, अपने से चिपका लिया था। मैंने अपने वासना से जल रहे ओंठो को सैम की गर्दन पर रख सैम को कस के भीच लिया।
सैम की आँखे अधखुली थी, होठ कांप रहे थे। मैंने अपने ओंठो को उसके ओंठो की तरफ बढ़ा दिया और हम दोनों के कांपते हुये होठ आपस में जुड़ चुके थे और हम दोनों की गरम साँसे आपस में मिलकर हम कराहे भरते हुए उस कमरे को कामुकता का समुन्द्र बना रहे थे।
वह हमारी आवाजों को अब पहले की तुलना में अधिक आसानी से सुन सकती थी, एक व्यग्र प्रेमी की तरह उसके ओंठो को चूमते, चूसते उसके मुँह के अन्दर अपनी जीभ डाल दी और मेरी जीभ उसके मुँह की जांच कर रही थी। मेरे हाथ उसकी चूचियों पर गए तो वर्षों के बाद हुये एक पुरुष के स्पर्श से सैम की चुचियो में गजब का कसाव आगया था। मैं चूचियों को सहलाते, दबाते हुए घुरघुरा रहा था और सैम कराह रही थी। उसकी दोनों चुंचिया मेरी हथेलियों से मसली जा रही थी । कुछ समय के लिए हम दोनों एक दूसरे को बाहों में लिए, नग्न, चिपके ही पड़े रहे। मैं उसके गालों, गर्दन, माथे आंखों और ओंठों को चूम रहा था और वह हर चुम्बन में सिसक रही थी।
चेरी ने मुँह फेर लिया औअर आँखे झुका कर पाने योनि को देखते हुए उसने ऊँगली करने लगी।
इस बीच मैने सैम को-को अपने दोनों हाथो में उठा लिया और उसे अपने ऊपर खींच लिया और उसकी नग्न काया को निहारने और सहलाने लगा। मैने पहले तो उसके पैरों, जांघों, कमर, पेट और चुंचियो को सहलाया, फिर उसके शरीर के एक-एक भाग को चुम्बनों की वर्षा की। मैं कोहनी के सहारे थोड़ा ऊपर हुआ और उसकी एक चूची को अपने मुँह में लेकर चूसने लगा। मेरा दूसरा हाथ, उसकी दूसरी चुंची को दबा रहा था और मेरे उंगलियों के बीच उसके निपल्स, रगड़ खा रहे थे। उसकी चुंचियो से मेरी अठखेलियों ने सैम को और बेचैन कर दिया। उसके मुंह से आआह, ओह्ह, हाय आह्ह्ह्ह आआईईई, सीसीसी, उफ्फ, उफ्फ्फ बससस के अलावा कुछ भी नहीं निकल रहा था।
सैम ने मुझे मेरे सर के बाल पकड़ के हटाया और वह स्वयं मेरी टांगो के बीच बिस्तर पर उठ बैठी और मुझे बेतहाशा चूमने लगी। जब उसके चुम्बनों का उफान कम हुआ तो सैम मेरे सीने और निप्पल्स को चाटने लगी। उसने जिस ढंग से मेरे निप्पल्स पर अपनी जीभ चलाई उससे उसने मुझे तड़पा दिया था।
मैंने सैम को उठा कर गोद में बिठा लिया और सैम से बोला-अपनी चूचियों से मेरे चेहरे पर मसाज करो l सैम ने अपनी चूचियाँ पकड़ कर मेरे क्लीन शेव चेहरे पर रगड़ना शुरू कर दिया। मेरा लण्ड ठीक सैम की चूत के नीचे था, तभी मैंने सैम की कमर पकड़ कर एक जोरदार धक्का माराl वह उछल पड़ीl तब तक मगर मेरा टोपा चूत में फंस चुका था।
मेरा लंड इस समय लोहे की सलाख जैसा सख्त और गर्म था और ऍम अब उस पर-पर बैठी हुई थी। मैंने जोर लगाया तो सैम चिल्ला पड़ी। मैंने उसे खिलौने की तरह उठाया और खड़े हो कर एक और झटका दिया।
ऍम बोली प्लीज आराम से करो नहीं तो मैं मर जाऊँगी, इतना अधिक दर्द मुझे कभी नहीं हुआ था, ऍम मा बेहोश-सी होने लगी। पता नहीं मुझे क्या हुआ था एक तो सैम का हुस्न गोरा रंग खूबसूरती और फिरउसकी कसी हुई तंग योनि मेरे जोश को बढ़ा रही थी l
फिर मैंसैम को गोद में ले कर बैठ गया और वह मेरे होंठ चूसने लगी, लगभग दो मिनट तक हम ऐसे ही बैठे रहे, दो मिनट बाद मैं सैम से बोला-अपनी अब चूत को ऊपर-नीचे करोल सैम कराहती हुई ऊपर नीचे होने लगी और तब चेरी ने फिर हमे देखा और उसे ऐसा लग रहे थे जैसे हम एक जंगली चुदाई कर रहे थे और एक ऐसी चुदाई जो बिना अंत के बस चलती और चलती जा रही थी।
वासना से कांपते हुए चेरी ने अपनी योनी को फिर से ऊपर उठा कर अपने हाथो से सहलाना शुरू कर दिया। इस बार उसने दोनों हाथों का इस्तेमाल किया, एक हाथ की उंगली अपनी गांड के अंदर और दूसरे हाथ की उंगलियों को अपनी योनी के अंदर इस्तेमाल किया। उसने कभी अपनी गांड या चूत में लंड नहीं लिया था या यहाँ तक कि एक आदमी की उंगली भी नहीं ली थी, लेकिन वह अक्सर इसके बारे में कल्पना करती थी। वह सोचने लगी कि क्या मैंने सैम की गांड को भी चोदा है। बस इसके बारे में सोचकर वह उत्तेजना से कांपने लगी!
"उउउउन्नन्ग्घ्ह!" उसने सांस ली। वह फिर झड़ गयी। चरमोत्कर्ष पहले की तुलना में तेज था और इसने उसके दिल को झकझोर कर रख दिया। अपनी चूत को कुछ टॉयलेट पेपर से पोंछते हुए, वह उठी और एक बार फिर मेरी और सैम की बाते सुनने लगी।
अब हम पर एक नज़र डालने की ललक इतनी प्रबल थी कि उसका विरोध नहीं किया जा सकता था और चुपके से दरवाजे की ओर बढ़ती हुई उसने सैम के शयनकक्ष में झाँका।
चेरी हमे देख के हांफ गयी। बैडरूम में लाइट जल रही थी और वह सब कुछ स्पष्ट देख सकती थी। सैम मेरे ऊपर थी और वह मेरी सवारी कर रही थी। हम दोनों नग्न थे और पहली बार चेरी ने सैम के नग्न शरीर को अच्छी तरह से देखा था। गोरी सैम के स्तन उसकी कल्पना से भी भारी थे, जैसे चौड़े गुलाबी निप्पल वाले दो पके फल जैसे स्तन। सैम उछल रही थी और उसके स्तन एक पागल नृत्य में झूम रहे थे सैम मेरे लंड पर ऊपर और नीचे तेजी से उछल रही थी।
"ओह, यम्मी, वाह मजा आ गया!" सैम चिल्लायी।
मैंने ठिठक कर उसके स्तनों पर हाथ दबा कर जवाब दिया। फिर मेरे हाथ सैम के कांपते हुए नितम्ब के गालों को पकड़ रहे थे और अब उसने मेरे हाथों को उसके लहराते स्तनों तक ले कर आयी और मैंने उसके सुस्वाद ग्लोब को मेरी हथेलियों में पकड़ लिया।
चेरी ने पहले कभी किसी को ऐसे सामने चोदते हुए नहीं देखा था और कुछ ही फीट की दूरी पर उसकी बहन को इस तरह छुड़वाते हुए देखकर उसके होश उड़ गए। वह वहाँ बंधी हुई खड़ी थी, उसकी नज़र सैम के सुंदर पतले शरीर पर थी। कुछ क्षणों में उसने सोचा कि जब सैम उठेगी तो उसे मेरे लंड की झलक दिखाई दे सकती है, लेकिन जिस तरह सैम मजे ले रही थी उससे उसे यकीन नहीं हो रहा था कि सैम कभी नीचे उतरेगी। फिर सैम अपने बड़े स्तनों को मेरी छाती पर टिकाने के लिए आगे झुक गयी और जब उस गोरी हसीना ने अपनी गांड उठाई, तो इस बार चेरी ने मेरे मोटे लंड को सैम की योनि के रस में सना हुआ देखा।
मेरा लंड देख कर कराहते हुए, चेरी ने उसकी भाप से भरी योनी की मालिश करने के लिए उसके पैरों के बीच एक हाथ खिसका दिया। "मेरे स्तन चूसो, जानू!" सैम मेरे से आग्रह रही थी और फिर वह हंस पड़ी। "उन्हें हमेशापके ध्यान की ज़रूरत महसूस हो रही है!"
चेरी भी खुद को मुस्कुराने से रोक नहीं पायी और फिर उसने देखा कि सैम अपने एक स्तन को मेरे मुंह में धकेल रही थी। सैम को निश्चित रूप से मुझे यह बताने में कोई संकोच नहीं था कि वह क्या चाहती है!
मैंने सैम के गोल लटकते स्तनों को चूसा, पहले एक और फिर दूसरा और फिर मैंने अपना मुंह घुमाया और बोला।
"चलो, सैम अब अपनी गांड हिलाओ! चलो चुदाई करो!"
खुशी के साथ, अपने हाथों में अपने भारी स्तन पकड़े हुए, गोरी सैम मेरे कड़े लंड पर ऊपर और नीचे झूलने लगी।
चेरी ने कल्पना करने की कोशिश की कि उसे कैसा लगेगा जब मेरा कठोर बड़ा मोटा और लंबा लंड उसकी योनी के अंदर इस तरह चिपक जाएगा। उसने ऊपर सवार होकर कभी किसी आदमी की चुदाई नहीं की थी, जैसे कि वह एक घोड़ा हो। यह उसे चोदने का एक मजेदार तरीका लग रहा था! वैसे फिर वह हस पड़ी उसने ऊपर सवार होकर तो क्या नीचे लेट कर टाँगे खोल कर भी चुदाई नहीं करवाई थी । उसका ध्याद फिर सैम के उछलते हुए स्तनों पर गया और वह सोचने लगी क्या उसके स्तन सैम की तरह उछलेंगे? उसके अपने स्तन उसकी बहन से बहुत छोटे नहीं थे और उसने सोचा कि वे उतनी ही अच्छी तरह उछलेंगे।
फिर मैं नीचे से सैम को वापस चोद रहा था, सैम की योनी में अपना लंड अंदर और बाहर पंप करने के लिए अपनी गांड को ऊपर नीचे हिला रहा था। चेरी स्पष्ट रूप से मेरे लंड पर सैम के योनि रस से भरी योनि से लंड टकराने पर पैदा हो रही स्लोशिंग की आउट अंगो के टकराने से होने वाली ठप्प टप्प की ध्वनि सुन सकती थी।
"ओह, मुझे जोर से चोदो!" सैम चिल्लायी। "यह बहुत अच्छा है!"
"हाँ!" मैं ठिठक गया। " चुदाई करती रही, बेबी!
जान! तुम भी मेरे ऊपर नीचे होने की ले के साथ अपनी गांड हिलाते रहो! "
चेरी की उँगलियाँ उसकी योनि के तंग छिद्र में अंदर और बाहर पिस्टनिंग कर रही थी, चेरी कांपने लगी और उसकी उंगली सामने के बिस्तर में हो रही चुदाई की गति से उसको खुद चोद रही थी। उसकी जांघों के अंदरूनी हिस्से को नीचे की ओर प्रवाहितहोती हुई योनि रस की एक बाढ़ उसकी चूत से बाहर निकली। उसके निप्पल लंबे और मोटे हो रहे थे, जोश से झनझना रहे थे और उसके भगशेफ को ऐसा लगा जैसे वह फटने वाला हो।
अब सैम मेरे शरीर की इस तरह सवारी कर रही थी जैसे कि मैं एक हिरन या घोडा था और वह एक घुड़ या रोडियो सवार थी। वह मुड़ी और अपनी गांड को हिलाया, उसके दांत वासना के झोंके में वापस खींचे गए और उसकी सांस हांफने लगी। जब वह मेरी गेंदों कोअपनी योनि के अंदर लेने के लिए नीचे वापस पहुँची, तो मैं शेर की तरह दहाड़ रहा था।
मैं स्खलित हो रहा था। चेरी को इस बात पर गर्व था कि उसकी उनतीस वर्षीय बहन अभी भी एक युवा 18-19 साल के लड़के या मेरे जैसे बैल को इस तरह स्खलन करने पर मजबूर कर सकती है।
कहानी जारी रहेगी