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Click hereमेरे अंतरंग हमसफ़र
नौवा अध्याय
डॉक्टरी की पढ़ाई
भाग 7
हवेली से परिचय
मोनिका मेरे सामने अपने घुटनों पर गिर गई, उसके मसालेदार इत्र की गंध मेरी नाक में भर गयी। उसके हाथों ने मेरी जींस के माध्यम से मेरे लंड को सहलाया फिर वह वो मेरे अंग, मेरे लिंग और मेरे अनदोषो को टटोल कर सहला रही थी क्सान्द्रा ने गहरी सांस ली। "मम्म, कितना प्यारा इत्र है।" और इस बीच मोनिका मुंझे फिर से चूमने लगी।
मैं चौंका और पुछा ये क्या हो रहा है?
"मैं आपकी संपत्ति में आपका स्वागत कर रही हूँ, मास्टर और इसका स्वामित्व आपको सौंप रहा हूँ और इस सम्पत्ति में मैं भी निहित हूँ।" मम्म, मुझे आपकी अधीनता साबित करनी होगी, मास्टर और आपको मेरे मालिक के रूप में अपना कर्तव्य निभाना होगा। "
"डेल्फी जीवा! आप उसे रोको हम उसे ऐसा नहीं करने दे सकते।" केप्री एकदम से बोली।
"वह उसकी नौकरानी है ये उसकी संपत्ति है," जीवा ने कहा। "अगर वह चाहता है तो वह अपनी मर्जी का काम करवा सकता है।"
"ओह्ह!, बहुत अच्छा लग रहा है," मैं कराह उठा और उसे चूमने लगा मैं खुद को रोक नहीं पाया।
"रंडी! वेश्या!" केप्री ने फुफकार मारी, उसके कंधे तन गए। वह इसे... बुरी तरह से ले रही थी। खैर, मुझे नहीं पता था कि इसे कैसे लेना है। मैं भी बहुत हतप्रभ था! हमारे होंठ आपस में सिल गए। उसकी जीभ मेरे मुँह में चारों ओर नाच रही थी।
जब मैंने इस आनंद का आनंद लिया और फिर वह मेरा लिंग सहलाने लगी और मेरी गेंदें फड़कने लगीं मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक चुंबन इतना अद्भुत महसूस करा सकता है। वह लिंग बाहर निकालने लगी! तो मैंने उसे रोका ।
"बस," मैंने धीरे से कहा। "
उसने सर उठाया और पुछा क्यों मास्टर क्या आपको पसंद नहीं आया?
मैंने कहा बहुत पसंद आया पर अभी इतना प्रयाप्त है?
वह मुस्कुराई और उठ खड़ी हुई, उसके बड़े स्तन उसकी चोली में झूल रहे थे। वे इतने मोहक थे।
"मैंने जो अभी देखा उस पर मुझे विश्वास नहीं हो रहा! कोई परिचारिका इतनी बेशर्म कैसे हो सकती हैं" केपरी ने कहा।
मोनिका ने कहा। "अब, हम आपके नए घर का दौरा शुरू करेंगे, मास्टर दीपक?"
मेरा फोन बीप हो गया। मैंने उसे बाहर निकाला और सैम का एक टेक्स्ट था। "तो, तुमने आज वही रुकने का फैसला किया है और जिस हवेली के जिस हिस्से में तुम रहने वाले हो वह तुम्हे कैसा लगा? क्या तुम्हे कुछ और चाहिए वहाँ?"
"यहाँ एक परिचारिका है, मोनिका!" मैंने तुरंत वापिस टेक्स्ट किया। "वह अदभुत है।"
"एक नौकरानी, मोनिका?" मैंने सैम की नाराजगई को महसूस किया। "मोनिका सुंदर है?"
"हाँ," मैंने जवाब भेजा, यह जानते हुए कि सैम इस बात से बहुत नाराज़ होगी। लेकिन मुझे बस अद्भुत लगा। मेरे पास मोनिका, पर्पल, क्सान्द्रा, जीवा और केपरी मौजूद थी, और मैं उनके साथ अद्भुत महसूस कर रहा था।
हाल में विक्टोरियन कपड़ों में लोगों को पिकनिक मनाते या घोड़ों की सवारी करते या हवेली में भोजन करते हुए दिखाया गया था। मोनिका ने रास्ता दिखाया, वह हाल के मध्य के दरवाजे से आगे गयी। यह दरवाजा हमे चित्रों से अटे एक गलियारे की ओर ले गया। जो विभिन्न संगमरमर के स्तंभों की पंक्तियों द्वारा सुसज्जित था। प्रत्येक स्तंभ के बीच बेहतरीन इटालियन संगमरमर में मूर्तिकला की कई उत्कृष्ट कृतियाँ खड़ी थीं, जो नग्न महिलाओं को हर संभव स्थिति में चित्रण कर रही थी और कामुकता से भरपूर थी। एक कोने में दो बड़ी-बड़ी आँखों वाली एक महिला की वैसी ही अजीब-सी मूर्ति थी, मूर्ति फिर हमारे पैतृक पंजाब के गाँव में लगी हुई मूर्तियों से मिलती-जुलती थी, अजीब आँखो वाली उन सब से अलग। ऐसा लग रहा था कि हाल में जो लोग थे वह इस मूर्ति वाली महिला से अलग थलग थे और वह जो हंसते-मुस्कुराते जीवन का आनंद ले रहे थे।
"बढ़िया और इतिहासिक," केपरी ने कहा। " कुछ चीजे बहुत बेकार और पुरानी और महत्वहीन हैं और उन्हें बदलना होगा. आपको उन्हें फिर से बनवाना होगा और उनकी मरम्मत करवानी होगी।"
"क्या पूरी हवेली ऐसी... कला.... से भरी हुई है?" जीवा ने पूछा।
"ओह, हाँ," नौकरानी मोनिका ने दरवाज़ा खोलते हुए कहा और कमरों की ओर इशारा किया। हमने एंटीक फर्नीचर और फायरप्लेस देखे। सभी के पास कामुक कला कृतियाँ लगी हुई थी, कुछ काफी अधिक अश्लील और कामुक थे। कुछ में विकृत सेक्स करते हुए चित्रण वाली मूर्तियाँ भी थीं।
शाम की रोशनी खिड़कियों से छलकने के बावजूद, कमरों के कोनों में अँधेरा हो रहा था या। मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि ये स्थान रहने लायक था।
मोनिका ने एक दरवाजा खोला और वहाँ एक शेर की मूर्ति थी जो लगभग सजीव थी और दरवाजा खुलने के साथ ही उस मूर्ति में से शेर के दहाड़ निकली और जल्द ही, केपरी मेरी बाँह से लिपट गयी वह डरसे काँप रही थी।
मोनिका बोली इस आदमखोर शेर का शिकार बरसो पहले कुमार के दादा जी ने भारत में किया था और बाकी कमाल अभियांत्रिकी का है!
मैंने उसे सहलाया और प्यार से केप्री से बोला, "घबराओ मत! यहाँ सिर्फ पेंटिंग और मूर्तियाँ हैं," मैंने बॉलरूम में प्रवेश करते हुए कहा। यह एक बड़ी और खाली जगह थी जिसमें ऊंची छत से झूमर लटक रहे थे। "ठीक है? इसके अलावा, मैं यहाँ तुम्हारी रक्षा के लिए हूँ।"
उसने मुझे घूर कर देखा। "तुम हो, है ना?"
मैंने उसे आँख मारी और बोला चाहे तो अपनी बहन जीवा और पाईथिया से पूछ लो ।
जीवा बोली बिलकुल कुमार हमे आपके साथ पूर्ण सुरक्षा महसूस हो रही है! हमे मालूम है हम आपके साथ पूर्णतया सुरक्षित हैं ।
प्रवेश हॉल से हम दक्षिणी भाग में गए वहाँ मुख्य रसोई थी। यह एक रेस्तरां के लिए काफी बड़ी रसोई थी। चारो लड़कियों ने और मैंने इसे चौड़ी आँखों से देखा।
"यह..." केप्री ने अपना सिर हिलाया। "ये कुछ ज्यादा ही बड़ी है।"
"जहाँ आपके काश है वहाँ एक छोटी रसोई है जिसे आप इस्तेमाल करेंगे," मोनिका ने कहा। "यह उस समय के लिए है जब यहाँ पूरा स्टाफ हो या फिर कोई पार्टी हो।"
"स्टाफ?" मैंने पूछ लिया।
"जी आपकी नौकरानियों के साथ सफाई कर्मी, रसोइये, सहायिकाएँ इत्यादि," उसने अपने कंधे पर मुझे देखते हुए कहा, उसकी आँखें चमक रही थीं। "कुमार आपके परिवार की नौकरानीया और परिचारिकायें रखने की परंपरा है। हमारी वर्दी समय के साथ विकसित हुई है, लेकिन हमने हमेशा गर्व के साथ आपके परिवार की सेवा की है। मुझे यह काफी सम्मान की बात लगती है।"
"उह, हाँ, अच्छा," मैंने कहा, मैं निश्चित नहीं था कि इसका जवाब कैसे दूं। मैं कभी ऐसे किसी भी व्यक्ति से कभी नहीं मिला था जो इस तरह से बात करता हो। वह अजीब था।
पहली मंजिल पर जाने के लिए हमने सीढ़ियों का इस्तेमाल किया। "यहा ज्यादातर अतिथि कमरे हैं," उसने कहा। "और बैठके और धूम्रपान कक्ष भी है। एक बिलियर्ड कमरा और एक शृंगार कक्ष है।"
"कमाल है," मैंने कहा। "क्या कोई गुप्त मार्ग हैं?"
"बेशक," मोनिका ने कहा। "वे नौकरो और तब के लिए हैं जब आप कर्मचारियों को नहीं देखना चाहते हैं तब या फिर तब जब आप किसी को नहीं दिखना चाहते तो उन संकीर्ण मार्गो का उपयोग किया जाता है। हालांकि, मुझे संदेह है कि यह आपके लिए एक समस्या होगी। अब यहाँ पुराने दिनों की तरह नहीं है जब पार्टियों की मेजबानी की जाती थी और हमारे पास बहुत सारे मेहमान होते थे। समय बदल गया है।"
"सच," क्सान्द्रा ने कहा। "ऐसा लगता है... यह सारी जगह होना वास्तव में बेकार है।" और यहाँ लिफ्ट नहीं है?
"ओह, यह महत्त्वपूर्ण है," उसने कहा जरूर है उसे हम वापसी में देखेंगे । "इस घर में सब कुछ बहुत महत्त्वपूर्ण है। इसमें हमेशा एक मालिक और उसकी नौकरानियाँ होनी चाहिए। हमेशा।"
"मोनिका सही कह रही है," जीवा ने कहा, कुमार आपकी रगों में अपने पूर्वजो का वही नेक खून है। तुम इस जगह को अपने लिए फुसफुसाते हुए महसूस कर सकते हो, है ना? "
कुमार परिवार की परम्परा आपके माध्यम से जारी रहेगी। मुझे आशा है कि आपका बीज आपके पिता और दादा की तुलना में अधिक उर्वर है। "
मेरे गाल गर्म हो गए।
"भगवान, वह चाहती है कि आप बच्चे पैदा करें," केपरी ने कहा। "कुमार आपकी तो पत्नी भी नहीं है।"
"नहीं पत्नी होना आवश्यक नहीं है," मोनिका ने कहा, "लेकिन इस तरह के मामलों की व्यवस्था की जा सकती है। आपके पिता जब यहाँ पढ़ते थे तो उनकी लगभग 7-8 सखिया थीं और अभी भी हैं लेकिन आपकी माँ और आपकी सौतेली माँ के अतिरिक्त उनमें से किसी का कोई उत्तराधिकारी नहीं हुआ। यह सबके लिए एक बड़ी निराशा का कारण था।"
"तो कुमार आपके पिता ने उन्हें अभी भी अपने पास रखा हुआ है," केपरी ने अपना सिर हिलाते हुए कहा।
"मुझे नहीं पता था कि उनकी 2 से अधिक पत्नियाँ रही या आज भी हैं," मैंने कहा।
"जी" मोनिका ने कहा। "बस वह पाँच सखिया जो उनके साथ पढ़ती थी और तीन नौकरानियाँ जो तब उनके साथ थी जब वह इस हवेली में अपनी पढ़ाई के लिए कुछ दिन रहे थे फिर वह आपके फूफा (जो की उनके मित्र थे) या सौतेली माँ के परिवार के साथ रहने चले गए थे।" वह एक तस्वीर देखकर रुकी। "यह आपके पिता की उन महिला साथियो की तस्वीर है। लेकिन आपकी महिला साथी ये कहती हैं यह महत्त्वपूर्ण नहीं है।"
"उनमें से हर एक," महत्पूर्ण है! मैंने कहा फिर मोनिका से पुछा आप ये सब कैसे जानती हो? आप इतनी उम्र दराज तो नहीं हो?
मोनिका ने हमें दालान में ले जाते हुए कहा। आप धीरे-धीरे सब जान जाएंगे । अभी इतना जान लीजिये मेरी नानी, मेरी दादी, मेरी माँ, सब इस हवेली में काम कर चुकी हैं। सीढ़ियों में पुराने जमाने के लालटेन के रूप में लाइट उपकरण लगे हुए थे जिनमे विभिन्न रंग के एलईडी बल्ब थे। इतनी पुरानी जगह में इतना आधुनिक लिहत उपकरण। केप्री चौंक कर बोली!
हम दूसरी मंजिल पर पहुँचे। " यह मंजिल हमेशा परिवार के लिए रही है। यदि आप और आपका परिवार कभी यहाँ पहले आये होते, तो आप यहाँ के किसी एक सुइट में रुके होते।
"नौकर उनके पास सोते थे?" मैंने पूछ लिया। "मैंने सोचा था कि अंग्रेजों का एक अलग स्तर था।"
नौकर अलग रहते हैं "लेकिन कुमार आपकी हवेली में आपके पिता और दादा का सेवारत लड़कियों और नौकरानियों के साथ हमेशा घनिष्ठ सम्बंध रहा है।" मोनिका ने मेरे कंधे पर हाथ फेरा।
"क्या वह यह कह रही है कि आपके पूर्वज सभी नौकरानियों से छेड़छाड़ करते थे," केपरी फुसफुसाई।
मोनिका ने कहा, "अगर लड़किया इच्छुक और उत्सुक हैं तो यह छेड़खानी नहीं है।" "क्या तुम्हारे पिता ने तुम्हें तुम्हारे दादाजी ने उनके हरम के बारे में कुछ नहीं बताया? उनके पास नौकरानियों का काफी जीवंत झुंड था।"
"मास्टर! आपके दादाजी का हरम था?" हांफते हुए केपरी बोली। "जब मैं छोटा था तो पढ़ाई में लगा रहा और जब तक दादा जी थी मैंने उनसे इस बारे में कभी कुछ नहीं सुना! माँ पिताजी और दादी को अपने परिवार के बारे में ज्यादा बात करना कभी पसंद नहीं आया। अब मुझे समझ में आ रहा है। यह एक गलती थी।"
"हम अब आपके विशेष कक्ष के सामने हैं," मैंने कहा। "शायद हमारे क्वार्टर ऐसे नहीं हैं...आपका कक्ष विशेष रूप से सजाया गया है।"
मोनिका दालान के अंत में ऐसे दरवाज़े पर पहुँची जो सबसे अलंकृत था उस पर सुंदर युवतियों की कामुक आकृतिया उकेरी गयी थी। "ये मास्टर सुइट है। यह अपने आप में एक अपार्टमेंट है और इसकी अपनी रसोई, दो बाथरूम, छह बेडरूम, एक बैठने का कमरा और एक बैठक है।" उसने एक छोटे से संलग्न कमरे का दरवाजा खोला जिसमें दीवार के पास एक छोटा-सा बिस्तर था। "ड्यूटी पर मौजूद नौकरानी जो की रात में आने वाले किसी भी आगंतुक का अभिवादन करने के लिए सेवारत रहे।"
इस कमरे से होते हुए हम एक बैठक कक्ष में पहुँचे। जो फायरप्लेस के साथविक्टोरियन लग रहा था। हालांकि इसमें कोई डरावनी तस्वीर नहीं थी । दो चंबणरत सुंदर लड़कियों की एक मूर्ती थी। खिड़कियाँ मैदान की ओर खुल रही थीं। दूसरे दरवाजे से हमें एक कमरा मिला जो नब्बे डिग्री का था और घर का पूर्वी छोर लगता था। एक लिविंग रूम जिसमे अधिक आधुनिक फर्नीचर। काउच, दो रिक्लाइनर, एक लव सीट और एक बड़े स्क्रीन वाला टीवी।
"बहुत सुंदर," मैं बुदबुदाया।
नौकरानी मुस्कुराई। "रसोई अंत में है।" उसने दूसरे दरवाजे की ओर इशारा किया। "वह छह बेडरूम और दो बाथरूम का दालान है। बेशक, वे मास्टर की साथिनों के लिए हैं और मैं । लेकिन जब तक आप उन अपनी साथिनों को नहीं चुनते हैं और प्रत्येक उन कमरों में रह सकती है या वह मेहमान कक्षों में रह सकती हैं ।"
"और तुम कहाँ सोती हो?" मैंने पूछ लिया।
"बिलकुल मास्टर के साथ," मोनिका ने कहा।
केपरी ने आँखें मूँद लीं। "बिल्कुल। यह बहुत भ्रष्ट हो रहा है। आपको एक हवेली के साथ अपनी खुद की नौकरानी मिल गई है और मुझे यहाँ प्रशिक्षण प्राप्त करना है। बहुत बढ़िया।"
यह बहुत बढ़िया था। लेकिन मैंने ऐसा नहीं कहा। मेरा मतलब है मास्टर के शयन कक्ष के साथ वाली कमरे में ।
"अब, मेरे पास रसोई में मूलभूत आवश्यकताओं का पूरा भंडार है। पेय, नाश्ता और कुछ दिनों के भोजन के लिए पर्याप्त भोजन।" नौकरानी मुस्कुराई।
मैं आप सबके लिए कुछ जलपान लाती हूँ और " सुश्री क्सान्द्रा और केपरी, क्या आप मेरी कुछ सहायता करेंगी जलपान लाने में। मुझे खेद है कि आपने खुद अपना सूटकेस उठाया, लेकिन अभी हमारे पास सेवको की कमी हैं। चलिए मैं आपको आपके कमरे दिखा दूँ और उसने मेरा बैग जो की पर्पल अपने साथ मंदिर से लायी थी नीचे रख दिया ।
"नहीं, नहीं, यह ठीक है," क्सान्द्रा ने कहा।
"हाँ, हाँ, चलो," केप्री बुदबुदायी।
जारी रहेगी।