अंतरंग हमसफ़र भाग 272

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9.25 वास्तविक संभोग की शैक्षिणिक फिल्म - फोरप्ले, पहली
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Part 272 of the 342 part series

Updated 03/31/2024
Created 09/13/2020
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मेरे अंतरंग हमसफ़र

नौवा अध्याय

डॉक्टरी की पढ़ाई

भाग 25

वास्तविक संभोग की शैक्षिणिक फिल्म - फोरप्ले, पहली चुदाई.

कैमरे अपनी पोजीशन में था ताकि वह इस नए जोड़े की पहली चुदाई के हर विवरण को पकड़ कर अपने दर्शको को स्पष्ट दिखा सके । जिस तरह से कोण बदल रहे थे उससे स्पष्ट था ये एक केमेरे नहीं बल्कि कई कैमरों का काम था जिसने हल कोण से इस पहली चुदाई के दौरान दूल्हा दुल्हन और उनके अंगो की हर हरकत, भाव को शूट किया था ।

दूल्हा आगे झुका और एक बार उस कुंवारी अक्षुण योनि का आखरी बार देखा । वाओ... वाह! वाह इतनी प्यारी खूबसूरतऔर कुंवारी और टाइट चूत। चिकनी सुडौल गोरी-गोरी मांसल जांघो के ठीक बीचदुल्हन की गीली गुलाबी चूत अलग ही आभा लिए हुए थी। चूत की शुरुआत में ऊपर गुलाबी परतो के बीच उसका चूत दाना छिपा हुआ था । उसके नीचे सलीके से दोनों गुलाबी ओठों की फांके नीचे की तरफ गयी हुई थी और चूत के मुहाने पर पंहुचते-पंहुचते गायब हो गयी थी। पूरी चूत बिलकुल साफ़ दुधिया गुलाबी रंग से नहाई हुई, आसपास की चमड़ी भी उसी रंग में चमक रही थी। एक दम साफ़ हल्की गुलाबी लालिमा लिए दुल्हन की चूत पूरी तरह गीली हो चुकी थी और उसकी चूत रस उसके पतले गुलाबी ओठो को भिगोये हुए था। दूल्हा अपनी दुल्हन की इस कुंवारी चूत को बस देखता ही रह गया।

फिर एक मिनट उसे चुमा और जब दोनों के लब आपस में टकराए। तो सेक्स की एक लहर दोनों के जवान जिस्मो में सर से ले कर पैर तक दौड़ती चली गई और साथ ही साथ हॉल में दर्शको की भी एक आह निकल गयी। दुल्हन ने नीचे दूल्हे के लंड की और देखा हर धड़कन के साथ कांपते मोटे लबे लंड का सुपाडा खून की वजह से फूल कर टमाटर जैसा लाल हो गया था । ये मोटा-सा बड़ा-सा फूला हुआ लंड अभी उसकी चूत की दीवारों को चीर कर रख देगा, फाड़ कर रख देगा, इसी ख्याल से दुल्हन का रोम-रोम खड़ा हो गया। शरीर में सिहरन दौड़ गयी। फिर दुल्हन ने अपनी आंखे बंद कर ली।

दूल्हे ने एक और चुंबन लिया और फिर उसने अपने कड़े लंड के सिर को उस अत्यधिक उत्तेजित योनि के ओंठो के संपर्क में ले आया। दुल्हन कराह उठी और जोर से कांपने लगी जब उसने महसूस किया कि उसका लंड अब उसकी चूत के होठों से टकरा रहा है। उसके लंड का योनि पर स्पर्श कामुकता बिखेरने लगा था और वह पहले से ही उत्तेजित थी, उसके लंड के स्पर्श ने उसके होश उड़ा दिए।

सुंदर युवक अब लहरदार जांघों के बीच से उठ चुका था और अपनी बेसब्री से प्रतीक्षा कर रही दुल्हन के कोमल, गर्म मांस पर चढ़ने वाला था, उसका कठोर विशाल लम्बा और मोटा मांसल लिंग खम्बे की-की तरह हवा खड़ा था और फिर उसने अपने लिंग को एक हाथ से पकड़ा और दुल्हन के नरम गुलाबी योनि मांस के कोमल ओंठो पर गीले चिकनाई वाले सिर को धीरे से रगड़ रहा था। फिर उसने अपने किशोर नग्न शरीर को दुल्हन के नग्न शरीर पर सीधा किया, दुल्हन की जांघो को फैलाया, अपने लंबे कठोर मोटे मुसल जैसे लंड की कठोरता के साथ सीधे उसकी आंतरिक जांघों की कांपती गोल सफेदी पर स्पर्श करा।

इन दृश्यों को देख एड्डी ने वैसे ही अपनी सांस रोक रखी थी, जैसा कि उसके विद्यार्थियों ने किया था, जब उसने दूल्हे के लिंग के लाल बल्बनुमा सिर को दुल्हन की चूत के नम खुले किनारों से संपर्क करते हुए देखा और फिर उसने देखा, दुल्हन साँस नहीं ले रही थी।

दूल्हा अपना लंड अब उसकी बेहद कसी गीली गरम गुलाबी चूत में डालने लगा, चूत की दीवारे एक दूसरे से सटी हुई थी और चूत के छेद को इस कदर कस के रखा था कि हवा को भी जगह बनानी पड़े। लंड को चूत की कसी दीवारों के जबदस्त विरोध का समाना करना पड़ रहा था। दूल्हे ने लंड से चूत के ऊपर और जोर डाला लेकिन लिंग अंदर नहीं जा रहा था ।

दुल्हन कराह रही थी अहह उउफफफफफफफफ्फ! ऊऊओह! हाय!

दूल्हे ने कमर को थोडा नीचे झुकाते हुए, लंड को चूत के लाल फूले हुए चूत दाने पर रगड़ दिया। और उस की चूत पर आहिस्ता-आहिस्ता अपना मोटा लंड रगड़ने लगा।

मोटे मुसल जैसे लंड के फूले हुए सुपाडे से लालिमा लिए चूतदाना रगड़ने से दुल्हन की आहे निकालनी शुरू हो गयी, कुछ ही पलो में दुल्हन वासना के भंवर में मस्त होकर सिसकारियाँ भरने लगी, दूल्हे ने दुल्हन की गुलाबी चिकनी चूत पर अपना लंड रगड़ना अनवरत जारी रखा। दुल्हन वासना में मस्त होकर सिसकारियाँ भरती रही।

इन्ही मादक कराहो के बीच दूल्हे ने लंड को दुल्हन की चूत के छेद पर रखा और रगड़ने लगा। दुल्हन की कराहे और सिसकारियाँ बढती जा रही-रही थी। अब दुल्हन भी अपनी चूत को सहलाते दूल्हे के लंड पर हाथ फेरने लगी।

दर्शको को लगा को लगा अब बस दूल्हा अपना मुसल लंड उसकी चूत में पेल देगा। वह ध्यान से लंड को योनी के पास ले गया। उसने सही प्रवेश द्वार की तलाश में अपनी नोक को कई बार ऊपर और नीचे खिसकाया। दुल्हन की आँखें बंद थी और लंड के प्रवेश के लिए तैयार थी।

दूल्हे ने कमर से लंड पर जोर लगाया और अपने मोटे लंड का फूला हुआ सुपाडा कुंवारी दुल्हन की कसी हुई चूत में पेलने की कोशिश करने लगा। उसने आइस्ते से दुल्हन के कसे संकरे चूत छेद पर दबाव बढ़ाया और अपने सुपाडे को दुल्हन की गीली चूतरस से भरी चूत पर दबाने लगा। दुल्हन की चूत के गुलाबी ओंठ दबे और फिर फैले और उसके फूले सुपाडे के इर्द गिर्द फ़ैल गए। अब दुल्हन की चूत पर लंड सटाने के बाद उसने दो बार लंड को चूत में पेलने की कोशिश की और दोनों बार चिकनी चूत की कसी दीवारों और उसके चारों तरफ फैले चिकने चूत रस के कारन लंड फिसल गया। दुल्हन के साथ-साथ दूल्हे की भी और उन दोनों के साथ दर्शको की भी उफ़ निकली ।

दूल्हे ने एक बार फिर लंड को जड़ से पकड़कर चूत के मुहाने पर लगाया जुनून से पागल दुल्हन के हाथ नीचे पहुँचे उसके हाथ से लिंग को आनंद द्वार पर निर्देशित किया। दूल्हे ने एक पल के लिए गीली चमकदार दरार में अपने पौरूष स्तंभन को ऊपर-नीचे किया, दुल्हन ने अपनी उंगलियों से अपने कोमल झांटो के बालों को अलग किया और फिर इच्छा की कराहती आह भरी और उसी समय दूल्हे ने जोर का धक्का दे मारा और उसने अपने युवा लिंग को अपनी योनि सुरंग की तंग सीमाओं के अंदर सरका दिया।

दुल्हन की चूत की मखमली गुलाबी गीली दीवारों को दबाता हुआ लंड का सुपाडा चूत में घुस गया ।

लंड का उभड़ा हुआ सिरा योनि के गर्म छोटे होठों को अलग कर उसकी योनी के मुँह में सरक गया। लंड पहले से ही उसकी योनी के तेल से अच्छी तरह से चिकना हुआ था। कैमरा दुल्हन की जांघों के बीच केंद्रित था और स्क्रीन पर दूल्हे का बड़ा लिंग उस युवा योनी के मुंह में घुसा हुआ दिख रहा था।

जेनी ने पाया कि दुल्हन की चुदाई का दृश्य उतना ही रोमांचक था जितना कि उसके सहयोगी हेलेन को उसी उत्तम आनंद से देखते हुए देखना और इसने ये देख और भी दृढ़ मन बना दिया कि वह भी जल्द ही इस दुल्हन की ही तरह एक पुरुष का लंड अपनी योनि में लेकर उस आनंद का अनुभव लेगी।

लंड का मोटा सुपाडा अन्दर जाते ही दुल्हन दर्द से कराह उठी, दुल्हन का पूरा शरीर काम उत्तेजना के कारन गरम था, चूत भी गीली थी, लगातार उसकी दीवारों से पानी रिस रहा था और दुल्हन भी दूल्हे का मोटा फूला हुआ मुसल लंड चूत में अन्दर तक लेने के लिये मानसिक रूप से तैयार थी दूल्हे का लंड इतना लम्बा और मोटा तगड़ा था किसी भी रोज चुदने वाली औरत की चीखे निकाल दे और दुल्हन की चूत कुंवारी थी।

दुल्हन-आआअह्ह्ह आआआआआह्हह्हह्हह्हहईईईईईईईईई स्सस्सस्स मैं आह्ह्हह्ह स्सस्सस्सस, हाय मैं मर गयी, आआआआऐईईईईईईईऊऊऊऊऊऊऊऊ।

चूत की दीवारों में हाहाकार मच गया, दर्द के मारे चूत का बुरा हाल हो गया, दुल्हन ने मुट्ठिया भीच ली, उसके जबड़े सख्त हो गए और अपने निचले ओठो को दांतों के बीच में कसकर दबा लिया। पूरे शरीर को कड़ा करके दर्द बर्दाश्त करने की कोशिश करने लगी।

चूत की दीवारे पूरा जोर लगाकर लंड को बाहर ठेलने की कोशिश कर रही थी लेकिन दूल्हा कमर से पूरा दबाव बनाये हुए था, जिससे दर्द से फाड़फाड़ती चूत की दीवारों अपनी हर कोशिस के बाद भी लंड को बाहर की तरफ ठेलने में नाकाम रही। चूत की मखमली चिकनी गीली दीवारों के पास और कोई रास्ता ही नहीं बचा था, आखिर दूल्हे के गरम लोहे जैसे सख्त, खून के भरने से फूलकर मुसल बन गए मोटे लंड के फूले हुए सुपाडे को अपने आगोश में लेना ही पड़ा, चूत की गुलाबी दीवारों की सलवटे फैलने लगी। दुल्हन दर्द से चीखने लगी, मेरी सख्त पकड़ के नीचे उसका पूरा कसमसाने लगा, खुद को दूल्हे की पकड़ से आजाद करने की कोशिश करने लगी। पैर पटकने लगी, अपनी गुदाज जांघो को सिकोड़ने लगी, नितम्बो को नीचे की तरफ दबाने लगी ताकि भीषण दर्द से बेहाल दुल्हन की चूत से सुपाडा बाहर निकल जाये। उसकी योनि मानो कह रही थी रोको, मत जाने दो!

लेकिन फिर दुल्हन ने जो किया वह आज तक का सबसे अप्रत्याशित हरकत थी । उसने अपनी पूरी शक्ति इकठी कर अपनी बदन के इस अवांछित विरोध को रोकने का काम किया । किसी भी कुंवारी ने अपनी अशुद्धता को उतनी तत्परता से स्वीकार नहीं किया जितना कि स्क्रीन पर दिख रही दुल्हन ने किया। उसने अपनई टांगो को फैलाते हुए पैरों को दूल्हे की कमर के चारों ओर फेंक दिया, उन्हें दूल्हे के नितम्बो पर मिला कर बंद कर दिया, फिर भूखी जरूरत के साथ दूल्हे की कमर पर दुल्हन ने अपनी जाँघे कस दी। उभड़ा हुआ लंड के सिर ने अब आसानी से गर्म योनि होठों को अलग कर दिया था, लंड पहले से ही उसकी योनी के तेल से अच्छी तरह से चिकना हुआ था और यह उसकी योनी के मुँह में सरक गया और दुल्हन की योनि ने इसे तत्परता से स्वीकार किया।

दुल्हन नहीं चाहती थी कि उसका दूल्हा उस पर दया करके उसकी कसी हुई चूत से जो अभी भीषण दर्द से वेहाल थी उसमे से अपना लंड बाहर निकाल ले। जिस तरह से उसने ओंठ भींचे और कमर पर पेअर कसे उससे दूल्हा समझ गया की दुल्हन दर्द बर्दाश्त कर रही है। एक तरह से दुल्हन ने दूल्हे की कमर को अपनी गोरी गुदाज जांघो से कसकर जकड लिया और दर्द बर्दाश्त करने लगी। अब दूल्हा जानता था उसे कुछ देर दुल्हन की गोरी गुदाज जांघो के बंधन में रहकर ही कमर हिला-हिला कर दुल्हन को चोदना होगा।

कहानी जारी रहेगी

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