अंकल रवि का गधे जैसा लंड

Story Info
रवि का घोड़े जैसे लंड की दीवानी आंटी भी हुई.
3.1k words
129.5k
1
0
Share this Story

Font Size

Default Font Size

Font Spacing

Default Font Spacing

Font Face

Default Font Face

Reading Theme

Default Theme (White)
You need to Log In or Sign Up to have your customization saved in your Literotica profile.
PUBLIC BETA

Note: You can change font size, font face, and turn on dark mode by clicking the "A" icon tab in the Story Info Box.

You can temporarily switch back to a Classic Literotica® experience during our ongoing public Beta testing. Please consider leaving feedback on issues you experience or suggest improvements.

Click here
raviram69
raviram69
236 Followers

रवि अंकल का गधे जैसा लंड

By raviram69© द्वारा रविराम६९

Declaration : Adult Contents

All characters in this story are 18+. This story has adult and incest contents. Please do not read who are under 18 age or not like incest contents. This is a sex story in hindi font, adult story in hindi font, gandi kahani in hindi font, family sex stories

मेरा परिचय

========

दोस्तो, मेरा नाम रविराम69 है, दोस्त मुझे 'लॅंडधारी' रवि के नाम से बुलाते हैं। कई औरतें मुझे मस्तराम कहते हैं. मेरा लंड 9 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है। जब मेरा लंड खड़ा (टाइट) होता है तो ऐसा लगता है जैसे किसी घोड़े का लंड या किसी गधे का लंड हो.. जिसकी भी चूत में जाता है उसकी चूत का पानी निकाल कर ही बाहर आता है, और वो लड़की या औरत मेरे इस लंबे, मोटे और पठानी भुसंड लंड की दीवानी हो जाती है । आज तक मैंने बहुत सी शादीशुदा और कुवांरियों की सील तोड़ी है। मैंने अपनी मम्मी को भी पटाकर चुदाई की है क्योंकि मेरे पापा काम के सिलसिले में ज़्यादातर बहार ही रहते हैं, में बचपन से ही देखता आया हूँ, की मम्मी की चूत कितनी प्यासी है, पापा के कहने पर ही मम्मी हमेशां अपनी चूत की झांटों को साफ़ कर के रखती है, मम्मी के मुम्मे बड़े भारी भारी और मोटे मोटे हैं..और गांड बड़ी मस्त है.. अब तो मम्मी मेरे लम्बे मोटे पठानी लंड की बड़ी दीवानी है.. जब पापा घर पर नहीं होते तो हम दिन और रात में कई कई बार चुदाई कर लेते हैं.. बस या ट्रेन या रिक्शा मैं भी मम्मी मेरे लंड को (सबसे छुपाकर) हाथ में रखती है.. महसूस करती है और मेरे लंड को मुठी में करके आगे पीछे करती है. मम्मी को मेरे लंड की लम्बाई और मोटाई बहुत पसंद है..मम्मी को मेरा लंड पूरा मूंह मैं ले कर चूसना और चूत में डालकर चुदवाना बहुत पसंद है... मम्मी के बाद सीमा मेरे लंड की दीवानी है.. सीमा के मस्त मोटे मुम्मे.. पतली कमर और गोल गोल मस्त गांड देखकर सभी के मूंह में पानी आ जाता है.. बहुत मस्ती से सीमा मेरे पठानी लंड से चुद्वाती है....

कहानी

=====

अंकल रवि का गधे जैसा लंड

दोस्तों मेरे नाम सीमा है...

एक दिन...

घंटी बजते ही मैंने दरवाजा खोला तो सामने रवि अंकल खड़े थे. उनके साथ एक मस्त खूबसूरत जवान लड़की भी थी. मैं मुस्कराई और बोली आईये न प्लीज अंदर आईये? वे दोनों अंदर आकर बैठ गये. मैं उनके सामने बैठ गयी. इधर उधर की बातें होने लगी.

अचानक मेरे मुंह से निकला :- क्या बात है अंकल आजकल तेरा लौड़ा कुछ ज्यादा ही उछाल मार रहा है क्या जो हर दिन कोई न कोई जवान लड़की लिये घूमा करते हो?

वह बोला :- अरे सीमा, कहाँ? अब मेरे नसीब में लड़की कहाँ है? जबसे मेरे बाल सफ़ेद हो गये है तब से बहन चोद कोई लड़की लिफ्ट ही नहीं मारती मुझे? लड़की क्या, कोई औऱत भी हरामजादी मेरी तरफ नहीं देखती?

मैंने कहा :- जवानी में तो तुमने खूब गुलछर्रे उड़ाये होंगे. सबकी गांड में दम किया होगा तुमने? कोई लड़की नहीं छोड़ी होगी तूने भोषड़ी के तभी तो आजकल कोई लड़की तुम्हे भाव नहीं दे रही है.

हमारे दोनों के मुंह से निकली गालियां सुन कर उसकी आँखे खुली की खुली रह गयी. वह सोंच नहीं पा रही थी कि यह अब क्या हो रहा है? कहाँ मैं और कहाँ अंकल? दोनों की उम्र में कितना फर्क और ये गालियां?

इतने में अंकल बोला :- यार सीमा ये जुली है मेरे घर में पी जी (पेइंग गेस्ट ) बन कर रह रही है. यहाँ एक डिग्री कॉलेज में पढ़ती है. बड़ी अच्छी और मस्त लड़की है. अच्छे स्वाभाव की है. 21 साल की है कितनी सेक्सी है?

मैं इसे बहुत चाहता हूँ.

मैं बोली : देखो जुली, रवि अंकल और मैं दोनों एक दूसरे को गालियां दे कर ही बातें करते है. न मैं इनकी गालियों का बुरा मानती हूँ और न ये मेरी गालियों का? बल्कि हम दोनों एक दूसरे की गालियाँ एन्जॉय करते है. अंकल भी पहले उसी कॉलेज में पढ़ाते थे जिसमे मैं पढ़ाती हूँ. मैं इनसे सीखा है की कैसे पढ़ाया जाता है? इसीलिए मैं इनके काफी नज़दीक आ गयी और खुल कर बातें करने लगी. एक दिन मेरे मुंह से अनायास गाली निकल पड़ी तब अंकल ने मेरी बड़ी तारीफ की. मुझे इसी तरह बिंदास रहने की सलाह दी. बस उसी दिन से हम दोनों गालियों से ही बात करने लगे. अंकल ने अब कॉलेज छोड़ दिया है. अकेले रहते है. पैसा बहुत है इसलिए आजकल कुछ नहीं करते? बस मस्त घूमा फिरा करते है.

अंकल बोला :- अरे सीमा जुली भी मुझसे वैसे ही बात करती है जैसे तुम मुझसे करती हो. ये भी मुझे गालियां सुनाती है और मैं भी इसे गालियां सुनाता हूँ. कभी कभी तो मुझे बड़ा मज़ा आता है इसके साथ सीमा?

मैं बोली :- जुली, क्या तुम गालियां दे लती हो? मुझे तो ऐसा नहीं लगता? अगर है तो मुझे भी सुनाओ गालियां? मैं भी सुनूँ की कैसे गालियां देती हो और कौन कौन सी गालियां देती हो?

वह बोली :- मादर चोद , बहन चोद, तेरी माँ का भोसड़ा , तेरी बहन की चूत साले गांडू कहीं का हरामी बेटी चोद? झांटू साले, तेरा लण्ड उखाड़ के तेरी गांड में घुसा दूँगी, माँ चोद दूँगी तेरी?

बाप रे बाप इतनी गालियां एक ही सांस में? मैं वाकई उसके मुंह से गालियां सुनकर हैरान हो गयी. मैंने कहा :- अंकल अब मैं एक बहुत प्राइवेट सवाल पूंछ रही हूँ तुमसे? तुमने जुली को कभी चोदा? अंकल बोला :- यही तो खास बात है सीमा? मैंने न इसे कभी चोदा और न कभी इसने मुझसे चुदवाने की इच्छा ज़ाहिर की. और न मैंने कभी इससे जबरदस्ती की? मैंने कभी इसके बदन को नहीं छुआ और इसने भी मेरे बदन को कभी नहीं छुआ. मैंने अभी तक उसी लड़की को चोदा है जिसने मुझसे चुदवाने की इच्छा जताई और चुदाने की पहल की? मैं कभी किसी के साथ कोई जबरदस्ती करता ही नहीं. यह बात तुम जानती हो सीमा . मैंने आज तक तुम्हे भी नहीं छुआ कभी? जबकि मैं तुमसे खुल कर बात करता हूँ. गाली गलौज़ का रिस्ता है हमारा तुम्हारा? फिर भी न तुमने मुझे कभी छुआ और न ही मुझे कभी नंगा देखा और न मैंने तुम्हे?

मैंने कहा :- हां अंकल यह बात तो है तुम बिलकुल सही कह रहे हो? और सुनो जुली मैं तुम्हे एक बात बताती हूँ. मेरे मन में कई बार आया की मैं एक दिन रवि अंकल के सारे कपडे उतार दूं. नंगा कर दूं इन्हे और पकड़ लूं इसका लण्ड? चुदवा लूं इनसे अपनी चूत लेकिन जाने क्यों आज तक कुछ न कर सकी? मेरे दिल की बात दिल में ही रह गयी. इसलिए नहीं की अंकल बूढ़े हो गए है बल्कि इसलिए की अंकल की तरफ कभी कोई पहल नहीं हुई जिसका मुझे आजतक इंतज़ार है. यह सुन कर अंकल की आँखों में आंशू आ गये. वह उठे और मुझे अपनी ओर खींच कर अपनी बाहों में समेट लिया. थोड़ी देर बाद हम दोनों नार्मल हुए? एक दूसरे को माँ बहन की गालियां दी? एक दूसरे की माँ बहन चोदी? और भोसड़ी वाला और भोसड़ी वाली कहा.

अंकल बोला :- सीमा अब मैं तुम्हे बताता हूँ की मैं तुम्हारे पास क्यों आया हूँ? वास्तव में जुली तुम्हारे कॉलेज के लड़कों से चुदवाना चाहती है. यार कुछ करो न? कुछ लड़कों से जुली को चुदवा दो प्लीज?

मैंने कहा :- आप क्यों नहीं चोद लेते जुली को? ये तो सबसे बढ़िया रहेगा? अंकल बोला :- वह मुझसे नहीं चुदवाना चाहती? वह कहती है की तेरी उम्र 55 साल की गयी है मैं किसी बुढ्ढे से नहीं चुदवाऊँगी? मुझे तो जवान मोटा और कड़क लौड़ा चाहिए? मेरी चूत में जबरदस्त आग है.

मैंने कहा :- अच्छा ठीक है. मैं अभी एक लड़के को बुलाती हूँ और जुली की बुर चुदवा देती हूँ, अंकल? मैं चाहती हूँ की तुम भी देखो उसकी चुदाई. मैं तुम्हारे सामने ही इसकी बुर चुदवाऊँगी?

अंकल बोला :- यार पहले इस बात के लिए जुली से पूंछ लो. क्या वह मेरा रहना पसंद करेगी?

जुली अपने आप बोली :- क्यों नहीं रहोगे भोसड़ी के? मैं तुम्हारे कान पकड़ कर यहीं बैठाऊँगी?

यह सुनकर हम सब हंसने लगे. आधे घंटे में एकलड़का आ गया.

मैं बोली :- देखो जुली यही है वह लकड़ा जिसकी तुम्हे तलास थी. इसका नाम है विकास लेकिन लोग इसे विकी के नाम से जानते है. जुली ने उसे देखा. विकी एक हट्टा कट्टा नौजवान है. कद 5′ 11″ गोरा चिट्टा चौड़ी छाती और कसरती भुजायें? जुली तो ललचा गयी वह बोली हां मैं तैयार हूँ.

मैंने कहा :- ऐसा लौड़ा मिलना ज़रा मुश्किल होता है. मैं इतना बता देती हूँ की मुझे जितने चोदने वाले है उनमे से सबसे बढ़िया लण्ड है इसका? 10 लण्ड पकड़ती हूँ मैं तब कहीं जाकर एक ऐसा लौड़ा मिलता है जैसा विकी का लौड़ा है. मैं तो इसके लण्ड से बेहद मोहब्बत करती हूँ. कहो तो मैं इसके लण्ड का साईज़ बता दूं तुम्हे, जुली?

वह बोली :- नहीं दीदी मुझे न बताओ लण्ड का साईज़, नहीं तो मज़ा किरकिरा हो जायेगा. मैं खुद लौड़े की नाप ले लूंगी. मैं इसके लण्ड का साईज़ खुद एन्जॉय करना चाहती हूँ.

तब तक मैंने व्हिस्की का इंतज़ाम कर लिया था. हम सब ड्रिंक्स में बिजी हो गये. शराब पीते पीते हम लोग लण्ड बुर चूत गांड चूंची आदि की ही बातें करते रहे. माहौल बिलकुल सेक्सी हो गया. मेरी चूत गरम होने लगी. जुली की बुर में तो आग पहले से ही लगी हुई थी. विकी का लण्ड अंदर ही अंदर टन टना रहा है यह मैं जानती हूँ. रवि अंकल के लण्ड का क्या हाल यह मैं नहीं कह सकती?

इतने में दो दो पैग शराब सबने पी ली. नशा खूब चढ़ने लगा. जुली तो विकी के पास आकर बैठ गयी और उसके गले में अपनी बाहें डाल दी. उसकी चुम्मी लेने लगी. विकी भी उसे खूब चूमने लगा. इसके बाद विकी ने एक एक करके जुली के कपडे उतारने लगा. उसकी जब चूंचियां खुली तो विकी का लौड़ा पागल हो उठा. क्या मस्त और सख्त चूंचियां है तेरी जुली. यह बात विकी के मुंह से निकली तो जुली बोली अरे माँ के लौड़े देखते जाओ मेरी चूत भी बड़ी सख्त है? तेरे लण्ड की गांड फट जायेगी, उसकी माँ चुद जायेगी मुझे चोदने में? उधर जुली भी विकी के कपडे उतारने में जुटी थी. तब तक इधर विकी ने जुली की चूत खोल कर सबको दिखा दी. अंकल भी पहली बार जुली को बिलकुल निः वस्त्र देख रहा था.

वह बोला :- हाय सीमा जुली तो वाकई बड़ी खूबसूरत है. इसकी चूंची और चूत दोनों ही बड़ी सेक्सी है.

मैं बोली :- क्या तेरी भी लार टपक रही है मादर चोद अंकल? क्या तेरे लण्ड में भी हरकत होने लगी है.

अचानक जुली ने विकी को पूरा नंगा कर दिया और उसका लौड़ा हाथ में थाम लिया. उसने सबसे पहले लण्ड को कई बार चूमा. उसका सुपाड़ा अपनी जबान से चाटा और पेल्हड़ सहलाये. बिना झांट का चिकना लौड़ा और बड़ा लग रहा था.

थोड़ी देर बाद जुली बोली :- सीमा दीदी लण्ड तो 9″ का है. मोटा भी मादर चोद 4″ से ज्यादा ही होगा? मेरी चूत फाड़ डालने की ताकत है इसमें? फिर जुली लण्ड अंकल को दिखाती हुई बोली ले देख भोसड़ी के अंकल लौड़ा इसे कहते है? मैं इसीलिए कहती थी की मुझे बुड्ढे लण्ड बिलकुल नहीं पसंद है. मुझे जवान लण्ड चाहिए जैसा विकी का लण्ड है. जुली ऐसा कह कर लण्ड पीने लगी.

उधर विकी भी घूम कर उसकी चूत चाटने लगा. मैं यह सब देख कर और गरम हो गयी. मेरी चूत उबलने लगी. मेरी चूंचियां फड़कने लगी. मेरी गांड फुदकने लगी. मेरे मन में आया अब इस समय मेरे पास केवल अंकल का ही लौड़ा है. क्यों न आज इसे खोल कर देख ही लिया जाये? बस मैं आगे बढ़ी और अंकल के गले में अपनी बाहें डाल दी. अंकल भी आगे बढ़ा और उसने मेरे गाल चूमे. होंठ चूमे, मेरा माथा चूमा और मुझे कस कर अपनी ओर खींच लिया. वह मेरे स्तन मेरे ब्लाउज़ के ऊपर से मसलने लगा. मेरे चूतड़ों पर हाथ फेरने लगा. मैं भी उसकी पीठ सहला रही थी. इतने में उसने मेरे ब्लाउज़ की चिटकिनी खोल दी. ब्लाउज़ के गिरते ही मेरी छोटी सी ब्रा से बड़े बड़े स्तन झांकने लगे. अंकल ने बड़े प्यार से दोनों चूंचियों को चूमा. मेरी मस्ती बढ़ने लगी. फिर धीरे से उसने ब्रा भी पीछे से खोल दी. ब्रा खुलते ही मेरी दोनों चूंचियां नंगी हो गयी. अंकल की आंखों की चमक बढ़ गयी.

वह बोला :- वाओ, कितनी प्यारी और बड़ी बड़ी मस्त चूंचियां है तेरी सीमा? आज मैं बड़ा लकी हूँ. बर्षों से मैं इन चूंचियों को छूने के लिए तरसता रहा? आज मन की मुराद पूरी हो रही है. तुम बहुत सुन्दर हो सीमा?

मैं सोंचने लगी की मुझे अब तक चोदने वाले बहुत मिले है लेकिन आज कोई मुझे दिल से चाहने वाला मिल गया है. मैं और उसकी तरफ सिमटती चली गयी. अंकल ने फिर धीरे से मेरे पेटीकोट का नाडा भी खींच लिया. पेटीकोट गिर गया नीचे और मैं नंगी नंगी ही खड़ी रही अंकल के आगे. अंकल ने मेरी चूत पर हाथ रखा उसे सहलाया. मेरे नंगे चूतड़ों को फिर सहलाया और मेरी गांड का ज़ायज़ा लिया.

अंकल बोला :- वाओ, सीमा तुम अंदर से भी बहुत खूबसूरत हो. कितना प्यारा जिस्म है तेरा? वो लोग वाकई बड़े लकी रहें है जिन्होंने तेरे जिस्म का मज़ा लूटा? आज मैं अपने आप को लकी समझ रहा हूँ.

रव्ची अंकल मेरी चूंची के बीच मुंह डाल कर मुझे चूमने लगी. मैंने फिर उसकी कमीज उतारी. बनियाइन खोल डाली. उसकी चौड़ी छाती देखी, बलिष्ठ भुजायें देखी. उसके छाती के बाल तो मेरी जान लेने लगे. इतने सेक्सी छाती के बाल बहुत कम मर्दों के होते है. मैं बालों पर ऊँगलियाँ फिराने लगी. मैं वाकई मस्त हो रही थी. मेरी आग भोसड़ी की बढती जा रही थी. फिर मैंने उसकी पैंट उतार दी. उसकी चड्ढी के ऊपर से लण्ड का उभार देख कर तो मेरी गांड फटने लगी. मैंने उस उभार पर अपना हाथ रखा तो वह और सख्त हो गया. मेरी उत्सुकता बढ़ने लगी. अंकल खड़े थे और मैं घुटनो के बल नीचे बैठी थी.मैंने दोनों हाथ से चड्ढी नीचे घसीट दी. मेरे घसीटते ही लण्ड टन्न से मेरे गाल में लगा.मुझे लगा जैसे किसी ने एक थप्पड़ जड़ दिया मेरे गाल पर? मेरी जब निगाह लण्ड पर पड़ी तो मेरी वाकई गांड फट गयी.

मेरे मुंह से निकला :- बाप रे बाप? इतना बड़ा लण्ड? इतना मोटा लण्ड की मेरी एक मुठ्ठी में नहीं आ पा रहा है. इतना गज़ब का सुपाड़ा? इतना चिकना और गुब्बाड़ा जैसे सुपाड़ा? और इतना सख्त जैसे लोहे का कोई रॉड हो? मैं तो एकदम हैरान हो गयी. मैंने उसे दोनों हाथों से ४/५ बार ऊपर नीचे किया और और टन्ना उठा लण्ड? तब तक मेरी नज़र सामने पड़े एक इंची टेप पर पड़ी. मैंने उसे उठाकर लण्ड नापना शुरू किया. मैं चिला पड़ी अरे अंकल का लौड़ा ९" का है और मोटा बहन चोद ६"? मेरी बात सुन कर जुली विकी का लण्ड छोड़ कर मेरे पास आ गयी. उसने भी अंकल का लण्ड दोनों हाथों से पकड़ा और चारों तरफ से बड़े गौर से देखा.

वह बोली :- हाय अंकल तेरा लौड़ा तो बहुत बड़ा है , घोड़े का लंड है की गधे का लंड है? मैं तो कभी सोच भी नहीं सकती थी?

मैं बोली :- अंकल तुमने मुझे कभी बताया नहीं की तेरा लौड़ा इतना बड़ा है?

अंकल बोला :- मैं भला अपनी चीज की तारीफ खुद कैसे करता?

जुली बोली :- अरे तो भोसड़ी के कभी चुपके से दिखा होता मुझे अपना लण्ड? दीदी मैं सच बताऊँ मुझे क्या मालूम था की -- "लौड़ा इतना बड़ा होता है"

मैं बोली :- अरी मेरी बुर चोदी जुली मुझे भी नहीं मालूम था की अंकल का लौड़ा इतना बड़ा होगा?

मैंने कहा :- अंकल मुझे माफ़ कर दो प्लीज़. मैंने आपके लण्ड की कभी कोई अहमियत नहीं समझी? मैंने बहुत बड़ी भूल की?

मैं अभी तक बिना मतलब ही छोटे मोटे लण्ड से चुदवाती रही? असली लण्ड का मज़ा तो मैंने कभी लिया ही नहीं? जुली बोली :- हां अंकल मुझे भी माफ़ कर दो प्लीज. मैं हमेशा तेरे लण्ड की मजाक उड़ाती रही. बड़ी बेज्जती की है मैंने तेरे लण्ड की अंकल? ऐसा लण्ड न मैंने कभी देखा है और न आगे देखूँगी?.

हम लोग ये बातें कर ही रही थी की अचानक डोर बेज बज उठी. मैंने एक चादर ओढ़ी और दरवाजा खोला. सामने ममता आंटी खड़ी थी. मैंने उसे अंदर किया और दरवाजा बंद करके अपनी चादर वहीँ गिरा दी. मैं एकदम नंगी नंगी उसके सामने खड़ी हो गई. वह बोली हाय दईया -- तुम क्या किसी से चुदवा रही हो?

मैंने बोली :- हां आंटी आओ न अंदर आओ तुमसे क्या छुपाना? तुम तो मेरे बारे में सब कुछ जानती हो.

मैं उसे अंदर लेकर आ गयी. आंटी ने रवि अंकल को देखा तो वह बोली :- हाय राम ये यहाँ तुझे चोद रहा है? इसके लण्ड से बच कर रहना? बहुत भारी है इसका भोसड़ी का लण्ड? रवि का लण्ड बहुत बड़ा है.

मैंने कहा :- तो आंटी क्या तुम इससे चुदवा चुकी हो?

वह बोली :- चुदवा चुकी नही हूँ. मैं अभी भी चुदवाती हूँ. इसके लण्ड का पूरा मज़ा लेती हूँ. इसके लण्ड के अलावा मुझे औऱ कोई लण्ड पसंद आता ही नहीं? मेरा भोसड़ा ऐसे ही लण्ड पसंद करता है.

जुली बोली :- आंटी क्या इस उम्र में भी इतना बड़ा मोटा और कड़क लौड़ा होता है?

आंटी बोली :- अरी मेरी भोसड़ी की जुली, लौड़ा कभी बुड्ढा नहीं होता? देखो मैं आज भी 70 साल के आदमी से चुद्वाती हूँ. और उसका लौड़ा तुम्हारे विकी के लौड़े से बड़ा भी है मोटा भी और कड़क भी है. बड़ा मस्त चोदता है. किसी दिन तुम चुदवा के देखना , तुम्हारी चूत का भोसड़ा ना बना दे तो कहना?

जुली बोली :- अरे आंटी , उससे चुदवाने में तो मेरी चूत ही फट जायेगी.

आंटी बोली :- तू बहन बहन चोद फिर गलती कर रही है. देख मेरी रानी जुली चूत कभी फटती नहीं हां फ़ैल जरुर जाती है. ऐसा भोसड़ी का कोई लौड़ा नहीं तो तेरी चूत में घुस न सके. तेरी चूत बड़ी गहरी और ताकतवर है. उसके बाद आंटी ने कहा सीमा अब तुम मेरे सामने रवि अंकल से चुदाओ. मैं तेरी चुदाई देखूँगी. वास्तव में मैं तेरी चुदाई देखने ही आयी हूँ. यहाँ आकर जुली की भी चुदाई देखने को मिलेगी मुझे.

~~~ समाप्त ~~~

दोस्तो, कैसे लगी ये कहानी आपको,

कहानी पड़ने के बाद अपना विचार ज़रुरू दीजिएगा...

मेरी इ मे ल है रविराम६९ at रे डि फ़ मे ल डॉट कॉ म

आपके जवाब के इंतेज़ार में...

आपका अपना

रविराम69 (c) "लॅंडधारी" (मस्तराम - मुसाफिर)

raviram69
raviram69
236 Followers
Share this Story

Similar Stories

भाभी की चुदाई मेरे मोटे लंड से भाभी मेरे गधे जैसे लंड को देख कर दीवानी हो गयी_चुदवाया.in Mature
नई-नई बहू ने ससुर का गधे जैसा लंड ससुर का घोड़े जैसा लम्बा तगड़ा लंड बबिता ने लियाin Mature
आंटी की चूत में मेरा घोड़े जैसा मोटा लण्ड कैसे मैंने आंटी को मस्त लंड दिखा कर उनकी चूत मारी .. मस्त है.in Mature
पहली बार_ किरायेदार का मोटा लंड मेरी चुदाई देखा कर भाभी ने रवि अंकल का घोड़े जैसा लंड लिया.in First Time
More Stories