All Comments on 'औलाद की चाह 129'

by aamirhydkhan

Sort by:
  • 2 Comments
AnonymousAnonymous5 months ago

Har baar ghanti , thakthakana ya kisi ka naam lekar pukarna nahi hota. Kyon logon ka time waste karte ho. Sabhog ke scene bhi dala karo.

aamirhydkhanaamirhydkhan5 months agoAuthor

जब मैंने ये कहानी यहाँ डालनी शुरू की थी तो मैंने भी इसका अधूरा भाग पढ़ा था और मैंने कुछ आगे लिखने का प्रयास किया और बाद में मालूम चला यह कहानी अंग्रेजी में "समितभाई" द्वारा "गुरु जी का (सेक्स) ट्रीटमेंट" शीर्षक से लिखी गई थी और अधूरी छोड़ दी गई थी।

बाद में 2017 में समीर द्वारा हिंदी अनुवाद शुरू किया गया, जिसका शीर्षक था "एक खूबसूरत हाउस वाइफ, गुरुजी के आश्रम में" और लगभग 33% अनुवाद "Xossip" पर किया गया था।

अभी तक की कहानी मुलता उन्ही की कहानी पर आधारित है या उसका अनुवाद है और अब कुछ हिस्सों का अनुवाद मैंने किया है ।

कहानी काफी लम्बी है और मेरा प्रयास जारी है इसको पूरा करने का ।

कहानी के आगे के भाग में सेक्स भी है पढ़ते रहिये

Anonymous
Our Comments Policy is available in the Lit FAQ
Post as:
Anonymous